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महाराष्ट्र: पांच बार के विधायक रहे माणिकराव कोकाटे ने हाउसिंग फ्रॉड केस में दिया इस्तीफा, पढ़ें पूरा मामला

इस साल की शुरुआत में NCP नेता मानिकराव कोकाटे तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्हें राज्य विधानसभा में अपने मोबाइल फोन पर रमी खेलते हुए पाया गया था. वहीं अब उन्हें हाउसिंग फ्रॉड मामले में 2 साल की सजा सुनाई गई है.

महाराष्ट्र: पांच बार के विधायक रहे माणिकराव कोकाटे ने हाउसिंग फ्रॉड केस में दिया इस्तीफा,  पढ़ें पूरा मामला
माणिकराव कोकाटे नासिक जिले के सिन्नर निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं.
  • महाराष्ट्र के खेल मंत्री मानिकराव कोकाटे ने एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर इस्तीफा दिया है.
  • एक कोर्ट ने जाली दस्तावेजों से सरकारी फ्लैटों के अवैध अधिग्रहण के मामले में कोकाटे को दो साल कैद की सजा सुनाई.
  • कोकाटे नासिक के सिन्नर निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके हैं और फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं.
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मुंबई:

महाराष्ट्र के खेल मंत्री और NCP नेता मानिकराव कोकाटे ने बुधवार देर शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. साल 1995 के एक हाउसिंग फ्रॉड मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. महाराष्ट्र खेल मंत्रालय अब अजित पवार के पास चले गया है. कोकाटे को बुधवार को नासिक सेशन कोर्ट ने दो साल की सजा सुनवाई है. सेशन कोर्ट ने जाली दस्तावेजों के जरिए सरकारी फ्लैटों के अवैध अधिग्रहण से जुड़े मामले में सजा को बरकरार रखा है. कोर्ट के फैसले के बाद, मंत्री कोकाटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.

माणिकराव कोकाटे नासिक जिले के सिन्नर निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं. फिलहाल उन पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है, जब तक कि हाई कोर्ट सजा पर रोक नहीं लगा देता. इन कानूनी घटनाक्रमों के बीच, कोकाटे की तबीयत बिगड़ गई है और उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

कोकाटे की कानूनी टीम ने कोर्ट को बताया कि वह फिलहाल एक सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने गिरफ्तारी पर चार दिन की रोक लगाने का अनुरोध किया, लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि कोई मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं दिया गया और उन्हें सेशन कोर्ट के फैसले के दौरान मौजूद रहना चाहिए था. मंत्री कोकाटे ने सेशन कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट में अपील की और तत्काल सुनवाई की मांग की. उन्होंने अपनी याचिका में सजा पर रोक लगाने का अनुरोध किया है. माणिकराव कोकाटे फिलहाल एक अस्पताल में भर्ती हैं, और इस बारे में भी कोर्ट को सूचित किया जाएगा. अगर कोकाटे को मुंबई हाई कोर्ट से तत्काल राहत नहीं मिलती है, तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. हाई कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई बुलाई है.

क्या है पूरा मामला

यह मामला 1995 का है और इसमें मुख्यमंत्री कोटे के तहत आरक्षित फ्लैटों के दुरुपयोग का आरोप है. ये फ्लैट कम आय वाले लोगों के लिए हैं जिनके पास कोई अन्य संपत्ति नहीं है. माणिकराव कोकाटे और उनके भाई विजय कोकाटे पर नासिक के कनाडा कॉर्नर इलाके में स्थित 'निर्माण व्यू अपार्टमेंट' में दो फ्लैट हासिल करने के लिए फर्जी हलफनामे और दस्तावेज जमा करने का आरोप था.

जांच में पता चला कि भाई उसी इमारत में दो और फ्लैटों का भी इस्तेमाल कर रहे थे जो दूसरों को आवंटित किए गए थे. जिला प्रशासन की जांच के आधार पर, विश्वनाथ पाटिल - जो उस समय अर्बन लैंड सीलिंग विभाग में अधिकारी थे, उन्होंने एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद, सरकारवाड़ा पुलिस स्टेशन में कोकाटे भाइयों सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. कोर्ट ने अब उन्हें दो साल की कड़ी कैद की सजा सुनाई है और प्रत्येक पर 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया है.

कैबिनेट में शामिल होने के बाद से, मंत्री कोकाटे अक्सर कई विवादों के केंद्र में रहे हैं. जुलाई में राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के बाद उनसे कृषि मंत्रालय छीन लिया गया था, जब एनसीपी (शरद पवार) के विधायक रोहित पवार ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए थे, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कोकाटे विधान परिषद सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे थे. इस साल की शुरुआत में, एनसीपी के एक और मंत्री धनंजय मुंडे को इस्तीफा देना पड़ा था, जब उनके सहयोगी वाल्मीकि कराड का नाम बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़ा था.

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