- मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी में प्रदूषण को पुरानी समस्या बताया जो कई कारकों से जुड़ी है
- उन्होंने कहा कि प्रदूषण से निपटना एक सतत प्रक्रिया है और कोई समय-सीमा नहीं हो सकती.
- बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या को प्रदूषण के मुख्य कारणों में शामिल है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी में छाए धुंध और वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या को "एक विरासत की समस्या" करार दिया. शनिवार को हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2025 में बोलते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए कोई 'जादू की छड़ी' नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि प्रदूषण आज की नहीं, बल्कि पुरानी सच्चाई है, जिसके कई कारक हैं, खासकर 1500 वर्ग किलोमीटर में फैले और 3 करोड़ आबादी वाले शहर में.
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों, खासकर आप और कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए पूछा, "उन्होंने क्या किया?" उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदूषण से निपटना एक सतत प्रक्रिया है और इसके लिए कोई समय-सीमा नहीं दी जा सकती. उन्होंने शहर की बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या में हुई भारी वृद्धि को प्रदूषण के मुख्य कारणों में से एक बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे बड़े शहर में लॉकडाउन जैसा कदम नहीं उठाया जा सकता क्योंकि "हमें शहर को चलाना है और साथ ही प्रदूषण से भी निपटना है."
#HTLS2025 | "Pollution is a legacy problem": Delhi Chief Minister Rekha Gupta (@gupta_rekha) to @padmajajoshi on air pollution in the national capital pic.twitter.com/ku4XagfW9k
— NDTV (@ndtv) December 6, 2025
रेखा गुप्ता ने दावा किया कि उनकी सरकार पिछले 10 महीनों से प्रदूषण रोकने के लिए तेजी से काम कर रही है. उन्होंने बीजेपी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की एक सूची दी, जिसमें लोगों को सर्दियों की रातों में खुले में आग जलाने (ओपन बर्निंग) से रोकने के लिए 10 हजार हीटर वितरित करना और राहत पहुंचाने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव करना शामिल है. उन्होंने हिंदी में कहा, "मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारी सरकार के अब तक के 10 महीनों में हमने वह काम तेजी से किया है जो पिछली सरकारों को करना चाहिए था."
उन्होंने छठ पूजा के समय यमुना नदी के किनारे 'नकली तालाब' बनवाने के आरोप का भी खंडन किया. यमुना की सफाई पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी परियोजना है, क्योंकि सभी बड़े नाले नदी में गिरते हैं. उन्होंने वादा किया कि यमुना की सफाई युद्ध स्तर पर जारी है. लेकिन फिर जोर दिया कि यह एक दिन का काम नहीं है. उन्होंने कहा, "हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं और हर दिन एक कदम आगे बढ़ रहे हैं."
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