- दिल्ली में शुक्रवार का औसतन एक्यूआई 325 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है
- शहर के कई इलाकों जैसे मुंडका, नेहरू नगर और आरके पुरम में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है
- गुरुवार को सुबह AQI में मामूली सुधार हुआ, लेकिन दोपहर बाद फिर से ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गई
देश की राजधानी दिल्ली की हवा जहर उगल रही है. दिल्ली में राहत की सांस लेना अब परेशानी का सबब बन गया है. आसमान पर धुंध की चादर और AQI के आंकड़े बता रहे हैं कि शहर का हर कोना दम घुटने की कगार पर है. सवाल ये है कि इस जहरीली हवा से आखिर कब तक निजात मिलेगी? शुक्रवार शहर का औसत एक्यूआई 325 दर्ज किया गया. वो दिल्ली जिसका सूर्योदय कभी इंडिया गेट के रास्ते पर वॉक कर रहे लोगों की भीड़ से होता था, अब धुएं और धुंध के मिश्रण से बने ग्रे बैकग्राउंड में रहस्यमयी परछाइयों की तरह उभरता दिख रहा है.

दिल्ली में आज किन जगहों की हवा सबसे जहरीला
| इलाका | AQI |
| मुंडका | 436 |
| नेहरू नगर | 428 |
| आरके पुरम | 423 |
| जहांगीरपुरी | 420 |
| पंजाबी बाग | 417 |
| अशोक विहार | 417 |
| वजीरपुर | 413 |
| बवाना | 413 |
| आनंद विहार | 405 |
| चौंदनी चौक | 408 |
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गुरुवार सुबह के समय शहर की AQI में मामूली सुधार दर्ज किया गया था और यह आंकड़ा 299 रहा, लेकिन दोपहर बाद वायु गुणवत्ता स्तर फिर से ‘बहुत खराब' हो गया. सीपीसीबी के ‘समीर' ऐप के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी के 40 में से 27 निगरानी केंद्रों में पूरे दिन वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' श्रेणी में रही, जबकि नेहरू नगर में एक्यूआई का स्तर 362 दर्ज किया गया. सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा', 51 से 100 ‘संतोषजनक', 101 से 200 ‘मध्यम', 201 से 300 ‘खराब', 301 से 400 ‘बहुत खराब' और 401 से 500 ‘गंभीर' श्रेणी में आता है.

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आने वाले दिनों में प्रदूषण के क्या हालात
वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक शहर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' श्रेणी में रहने का अनुमान है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय समर्थन प्रणाली के अनुसार, गुरुवार को परिवहन क्षेत्र ने राजधानी के प्रदूषण में 13.7 प्रतिशत योगदान दिया, जो स्थानीय स्रोतों में सबसे अधिक रहा. इसके मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के पड़ोसी इलाकों में हरियाणा के झज्जर से 11.8 प्रतिशत, रोहतक से 4.3 प्रतिशत, सोनीपत से 3.4 प्रतिशत और गुरुग्राम से 1.2 प्रतिशत योगदान दर्ज किया गया.

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क्या कहते हैं आंकड़े?
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री किर्ती वर्धन सिंह ने राज्य सभा में लिखित जवाब में जानकारी देते हुए कहा कि अक्टूबर 2025 में दिल्ली-NCR का औसत AQI 223 रहा, जबकि 2023 में यह 219 और 2024 में 234 था. नवंबर में भी सुधार दिखा—2023 में AQI 373, 2024 में 374 और इस साल 354 रहा. अक्टूबर में PM2.5 का औसत स्तर 2023 में 105 μg/m³ था, जो 2024 में बढ़कर 114 हुआ, लेकिन 2025 में घटकर 108 μg/m³ पर आ गया. नवंबर में यह स्तर 246 μg/m³ से घटकर 223 μg/m³ हुआ. PM10 भी अक्टूबर में 249 से घटकर 219 μg/m³ और नवंबर में 393 से घटकर 375 μg/m³ पर पहुंचा.
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