मध्य प्रदेश की पोषण आहार योजना में बड़ा घोटाला हुआ है. ये मंत्रालय खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास है. ये घोटाला सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने शिवराज सिंह चौहान को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने पहले व्यापम घोटाले से युवाओं का भविष्य बर्बाद किया था. अब ग़रीब बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साथ अन्याय! क्या मामा ने ऐसे घोटाले करने के लिए ही महाराज के साथ तोड़फोड़ कर के सरकार बनाई थी?
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने पहले व्यापम घोटाले से युवाओं का भविष्य बर्बाद किया था। अब ग़रीब बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साथ अन्याय!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 4, 2022
क्या मामा ने ऐसे घोटाले करने के लिए ही महाराज के साथ तोड़फोड़ कर के सरकार बनाई थी?https://t.co/dpzeJ3B4Cb
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के रोज़ नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. मामू को अब अपनी काली कमाई के धनबल पर इतना भरोसा हो गया है कि वे समझते हैं कि सभी बिकाऊ हैं.
मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के रोज़ नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। मामू को अब अपनी काली कमाई के धनबल पर इतना भरोसा हो गया है कि वे समझते हैं कि सभी बिकाऊ हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 4, 2022
Massive Scam Under Madhya Pradesh Chief Minister's Watch, Finds Auditor https://t.co/i4vIsoHM4p
प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट के जरिए शिवराज सिंह पर हमला किया और लिखा, मामा का अनाज घोटाला ! परिवहन ट्रक जो मोटरसाइकिल पाए गए! लाभार्थियों की संख्या में बेतहाशा अतिशयोक्ति! राज्य के ऑडिटर ने पाया कि बच्चों के लिए मप्र सरकार के पोषण कार्यक्रम में भ्रष्टाचार के स्तर में वृद्धि हुई है, जिससे वे कुपोषित हो गए हैं.
Mama ka anaj ghotala!
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 5, 2022
Transport trucks that were found to be motorcycles!
Wild exaggeration of the number of beneficiaries!
MP govt's nutrition programme for children has eye-popping levels of corruption,leaving them malnourished,the state's auditor found.https://t.co/BXqxL2ZOe4
क्या है घोटाला
NDTV के हाथ अकाउंटेंट जनरल की रिपोर्ट लगी है, जिसमें लाभार्थियों की पहचान में अनियमितता, स्कूली बच्चों के लिए महत्वाकांक्षी मुफ्त भोजन योजना के वितरण और गुणवत्ता नियंत्रण में गड़बड़ी पाई गई है. रिपोर्ट के मुताबिक- इस योजना के तहत करीब साढ़े 49 लाख रजिस्टर्ड बच्चों और महिलाओं को पोषण आहार दिया जाना था. करोड़ों का हज़ारों किलो वजनी पोषण आहार कागजों में ट्रक से आया लेकिन जांच में पाया गया कि जिन ट्रकों के नंबर बताए गए थे वो दरअसल मोटरसाइकिल, ऑटो, कार, टैंकर के थे. यहीं नहीं लाखों ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जाते उनके नाम पर भी करोड़ों का राशन बांट दिया गया. इस खेल में करदाताओं के करोड़ों भ्रष्ट सिस्टम की जेब में गए और बच्चे, महिलाएं कुपोषित ही रह गए.
VIDEO: विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास में जुटे CM नीतीश, दिल्ली में कई विपक्षी नेताओं से करेंगे मुलाकात
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं