प्रधानमंत्री कार्यालय की शिकायत पर सीबीआई (CBI) ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है . पीएमओ (PMO) ने अपनी शिकायत में कहा था कि खुद को संयुक्त सचिव बता कर एक धोखेबाज ने चंडीगढ़ में तैनात भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी से मदद मांगी थी. अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने दो महीने पहले शिकायत दर्ज कराई थी और सीबीआई ने जांच अब अपने हाथों में ली है.
सबीआई की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘यह पता चला है कि चंडीगढ़ में तैनात भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी मनोज कुमार मीणा को एक व्यक्ति ने मोबाइल (7009808342) से संपर्क कर स्वयं को प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव बताया और अपनी पहचान रोहित यादव के रूप में दी . रोहित ने मीणा से पुलिस कांस्टेबलों के स्थानांतरण के लिये फेवर मांगा था .''
इसमें कहा गया है कि प्रथम दृष्टया यह मामला पीएमओ के अधिकारी का वेष धरने का मामला लगता है, क्योंकि किसी अधिकारी ने उन्हें कोई कॉल नहीं की थी और न ही किसी अधिकारी का यह मोबाइल नंबर है.
ये भी पढ़ें-
- उदयपुर हत्याकांड : आतंकवाद-रोधी एजेंसी NIA को सौंपी जांच, यहां जानिए हत्याकांड से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- उदयपुर हत्याकांड : सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कन्हैयालाल को लगातार मिल रही थी धमकियां
- 'यह ISIS की तरह आचरण है', उदयपुर की घटना पर पूर्व IPS अधिकारी ने कहा
ये भी देखें: प्रधानमंत्री करें शांति की अपील : NDTV से बोले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं