
- सीबीआई ने मेरठ CGHS के अतिरिक्त निदेशक और ऑफिस सुपरिटेंडेंट के खिलाफ रिश्वतखोरी मामले में चार्जशीट दाखिल की.
- शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाकर तीनों आरोपियों को पांच लाख रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था.
- जांच में डॉ. अजय कुमार के घर से करीब पैंतीस लाख रुपये नकद और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए.
सीबीआई ने मेरठ के सीजीएचएस के अतिरिक्त निदेशक और ऑफिस सुपरिटेंडेंट के खिलाफ रिश्वतखोरी मामले में चार्जशीट दाखिल की है. मेरठ के सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम दफ्तर में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने यह कार्रवाई की है. इस मामले में डॉ. अजय कुमार, अतिरिक्त निदेशक (CGHS मेरठ), लवेश सोलंकी, ऑफिस सुपरिटेंडेंट (CGHS मेरठ) और एक अन्य व्यक्ति रईस अहमद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.
यह मामला 12 अगस्त 2025 को दर्ज किया गया था, जब मेरठ के एक निजी अस्पताल समूह ने सीबीआई में शिकायत की थी. शिकायत में आरोपा लगाया गया कि सीजीएचएस के अधिकारी अस्पतालों को पैनल से हटाने की धमकी देकर 50 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे.
रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
शिकायत के बाद सीबीआई ने जांच शुरू की. सीबीआई ने शिकायत के बाद जांच शुरू की और एक जाल बिछाकर 12 अगस्त को ही तीनों आरोपियों को पहली किश्त के रूप में 5 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
29 लाख की नकदी बरामद
इसके बाद सीबीआई ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें डॉ. अजय कुमार के घर से 29.50 लाख रुपये नकद और कई अहम दस्तावेज बरामद हुए. जांच के दौरान मौखिक, दस्तावेजी और डिजिटल साक्ष्य मिले, जो आरोपियों की साजिश और मिलीभगत की पुष्टि करते हैं.
अब सीबीआई ने इस पूरे मामले में तीनों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
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