गो फर्स्ट की फ्लाइट में मौजूद एक डॉक्टर और केबिन ब्रू की त्वरित कार्रवाई से एक यात्री की जान बच गई. वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन की ओर से बताया गया कि इस यात्री की उड़ान के दौरान ही दिल का दौरा पड़ा था. एयरलाइन ने तत्परतापूर्वक उठाए गए इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि वह केबिन क्रू को नकद पुरस्कार से सम्मानित करेगी.
एयरलाइन के अनुसार, गो फर्स्ट की फ्लाइट से यात्री यूनुस रेयानरोह कानपुर से दुबई जा रहे थे इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा. एयरलाइन के अनुसार, यूनुस ने मदद के लिए आवाज लगाई, इसे सुनते ही गो फर्स्ट का केबिन क्रू इस यात्री की और दौड़ा. उन्होंने यात्री को अचेतन अवस्था में पाया. यूनुस की न नाड़ी चल रही थी और न ही वे ठीक के सांस ले पा रहे थे. एक सेकंड भी गंवाए बिना, अन्य यात्रियों की मदद से यूनुस को विमान के पिछले हिस्से पर ले जाया गया और क्रू ने कृत्रिम रूप से सांस (cardiopulmonary resuscitation या CP)देने की प्रक्रिया शुरू की. सौभाग्यवश एक डॉक्टर शब्बीर अहमद भी इसी फ्लाइट में यात्रा कर रहे थे और उन्होंने भी यात्री का इलाज किया. केबिन क्रू और इस डॉक्टर के संयुक्त प्रयासों से यात्री की जान बच गई. इस याात्री को बाद में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा या और उसे होश आ गया. फ्लाइट के दुबई लैंड करने के बाद यूनुस को व्हीलचेयर पर उतारा गया. गो फर्स्ट ने डॉक्टर और यात्री को अपनी एयरलाइन की किसी घरेलू या इंटरनेशनल सेक्टर की फ्लाइट का कॉम्पलीमेंटरी फ्री टिकट भी दिया है.
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