22 जनवरी को अयोध्या में PM मोदी, पहले कौन सी पूजा करेंगे; देखें पूरे कार्यक्रम की डिटेल

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह (Ram Temple Pran Pratishtha Ceremony) के लिए तैयारियां जारी रहने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वह किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए व्यापक चिकित्सकीय तैयारी और प्रतिक्रिया योजना बनाने के वास्ते उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है.

नई दिल्ली:

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन (Ayodhya Ram Temple Inauguration)होना है. इस भव्य समारोह में पीएम मोदी ही मुख्य यजमान होंगे. पीएम मोदी के अयोध्या के सरकारी कार्यक्रम की डिटेल सामने आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Ayodhya PM Modi) सोमवार 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और पूजा करेंगे. दोपहर को 1 बजे वह सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. दोपहर को सवा 2 बजे पीएम मोदी कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे. बता दें कि राम मंदिर उद्घाटन समारोह में करीब 8 हजार मेहमानों को न्योता भेजा गया है. 

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राम मंदिर उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन  की तैयारियां जोर-शोर पर हैं. सात दिनों तक चलने वाले रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का आज पांचवां दिन है. कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई और इसका समापन 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ होगा. पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन किया था, अब रामलला स्थायी रूप से मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं, हालांकि गर्भगृह तक वह पहले ही पहुंच चुके हैं. अयोध्या में आज होना वाला कार्यक्रम बहुत ही खास है.

फूलों से सजाया जा रहा रामलला का दरवार

भगवान रामलला का भव्य भवन प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार हो रहा है. इसी जगह पर रामलला की दिव्य मूर्ति को विराजमान किया जाएगा. मंदिर के भीतर का एक वीडियो सामने आया है, डीडी न्यूज द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में मंदिर के अंदर की खूबसूरती, भव्यता और साज-ओ-सज्जा साफ दिखाई दे रही है. वीडियो में संगमरमर से बना भव्य मंदिर रोशनी में सराबोर दिख रहा है. इसके खंभों को फूलों से सजाया गया है. मंदिर की सीढ़ियों पर काम करने वाले लोग छत से रंग-बिरंगी फूलों की मालाएं लटकाते हुए देखे जा सकते हैं.

‘आरोग्य मैत्री डिजास्टर मैनेजमेंट क्यूब'

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जारी रहने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वह किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए व्यापक चिकित्सकीय तैयारी और प्रतिक्रिया योजना बनाने के वास्ते उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. अयोध्या में अपनी तरह का पहला ‘आरोग्य मैत्री डिजास्टर मैनेजमेंट क्यूब'- भीष्म (स्वदेशी पोर्टेबल अस्पताल) स्थापित किया गया है, जो आपदा प्रतिक्रिया और चिकित्सा सहयोग के लिए कई नवोन्मेषी उपकरणों से लैस है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इससे प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय में निगरानी और चिकित्सा सेवाओं के प्रभावी प्रबंधन में मदद मिलेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि हजारों श्रद्धालु और तकरीबन 8,000 आमंत्रित अतिथि अयोध्या पहुंच सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेंगे. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का लाखों श्रद्धालुओं के लिए काफी महत्व है, जिससे वहां आने वाले सभी लोगों की कुशलक्षेम के लिए मजबूत स्वास्थ्य देखभाल संबंधी उपाय उठाना आवश्यक हो गया है.

16 प्राथमिक चिकित्सा बूथ और 2 अस्थायी फील्ड अस्पताल

इसमें कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ सरकार विभिन्न उपायों के जरिए मौजूदा चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है, इनमें मेला क्षेत्र में एक नियंत्रण कक्ष, 16 प्राथमिक चिकित्सा बूथ और दो अस्थायी फील्ड अस्पताल स्थापित करना शामिल हैं. इसमें तुलसी उद्यान में 20 बिस्तरों का अस्पताल और टेंट सिटी में 10 बिस्तरों का अस्पताल शामिल है. ये चौबीसों घंटे काम करेंगे.

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