कश्मीर मामले पर मध्यस्थता को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे की पोल खुल गई है. डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद ब्रैड शेरमैन ने कहा, 'सभी जानते हैं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी बात कभी नहीं करेंगे. हर कोई जो दक्षिण एशिया की विदेश नीति के बारे में कुछ भी जानता है, वो ये जानता है कि कश्मीर मसले में भारत लगातार तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का विरोध करता रहा है. सभी जानते हैं कि पीएम मोदी कभी ऐसी बात नहीं करेंगे. ट्रंप का बयान ग़ैर संजीदा और भ्रामक है और शर्मिंदा करने वाला भी. मैंने भारतीय राजदूत हर्ष श्रृंगला से ट्रंप की इस ग़ैरसंजीदा और शर्मसार करने वाली ग़लती के लिए माफ़ी मांगी है. मैंने डोनाल्ड ट्रंप की शौकिया और शर्मनाक ग़लती के लिए भारतीय राजदूत हर्ष वी श्रृंगला से माफ़ी मांगी है.' वहीं भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अब अमेरिका की तरफ़ से भी इस मामले में सफ़ाई आई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर भारत के उस पक्ष का समर्थन किया है जिसमें कहा गया है कि पहले आतंकवाद का ख़ात्मा हो उसके बाद ही बातचीत संभव है. इसके अलावा इस बयान में कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय मामला भी बताया गया है.
दूसरी ओर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी ट्रंप के बयान पर कड़ी असहमति जताई है. उन्होंने कहा, 'मुझे वाकई नहीं लगता है कि ट्रम्प को थोड़ा भी अंदाजा है कि वह क्या बात कर रहे हैं? या तो उन्हें किसी ने मामले की जानकारी नहीं दी या वह समझे नहीं कि मोदी क्या कह रहे थे या फिर भारत का तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को लेकर क्या रुख है. विदेश मंत्रालय को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि भारत ने कभी भी ऐसी किसी मध्यस्थता को लेकर कोई बात नहीं की है.'' गौरतलब है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि मोदी दो हफ्ते पहले उनके साथ थे और उन्होंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी. ट्रम्प ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि भारत हल चाहता है और पाकिस्तान भी. यह मसला 70 साल से चल रहा है. मुझे इसमें मध्यस्थता करने पर खुशी होगी.
दूसरी ओर से कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे को लेकर मंगलवार को पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला और सवाल किया कि प्रधानमंत्री जवाब दें कि उन्होंने यह पेशकश की थी या फिर ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'अब व्हाइट हाउस ने लिखित रूप से यह पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प से कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए कहा था.' उन्होंने सवाल किया, 'हमारे प्रधानमंत्री कब जागेंगे और अगर ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं तो उसे बकवास बताएंगे? या फिर वही सवाल कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मध्यस्थता के लिए कहा था?'
कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए तैयार डोनाल्ड ट्रंप
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