कथित शराब घोटाले (Delhi Excise Scam Case)में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia)की गिरफ्तारी से विपक्षी दलों में आक्रोश और असंतोष का माहौल है. 8 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई (CBI) ने रविवार को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था. आज उन्हें राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट से सीबीआई को मनीष सिसोदिया की 5 दिन की यानी 4 मार्च तक की रिमांड मिल गई है.
सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद जहां आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की आम आदमी पार्टी का समर्थन करते हुए ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. इसमें एकमात्र अपवाद कांग्रेस थी. कांग्रेस ने सोमवार देर शाम तक केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए आप पर चुप्पी साधे रखा.
अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद से तीन बार सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस की दिल्ली यूनिट आप के साथ संघर्ष कर रही है. इसके नेताओं ने सिसोदिया की गिरफ्तारी का समर्थन किया है. साथ ही यह भी कहा है कि अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का होना चाहिए. लेकिन सोमवार देर शाम कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने एक ट्वीट पोस्ट किया. इस ट्वीट के बाद कांग्रेस पार्टी आप (AAP) के पीछे नहीं, बल्कि विपक्ष के पक्ष में मजबूती से खड़ा कर दी गई.
कांग्रेस ने कहा- एजेंसियां प्रतिशोध और उत्पीड़न का साधन
जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ''कांग्रेस का हमेशा से मानना रहा है कि ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी संस्थाएं मोदी सरकार के तहत राजनीतिक प्रतिशोध और उत्पीड़न का साधन बन गई हैं. इन संस्थानों ने अपनी व्यावसायिकता खो दी है. चुनिंदा विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर, उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.''
.@INCIndia has always held the belief that institutions like ED, CBI & Income Tax Dept have become instruments of political vendetta & harassment under Modi Sarkar. These institutions have lost all professionalism. Oppn leaders are selectively targeted to destroy their reputation
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 27, 2023
जब से बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार केंद्र की सत्ता में आई है, विपक्ष उस पर केंद्रीय एजेंसियों के जरिए उन्हें निशाना बनाने का आरोप लगा रहा है. कई मामलों में प्रमुख विपक्षी नेताओं की तलाशी ली गई. भ्रष्टाचार के मामलों में उनका नाम लिया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया. अब दिल्ली के शिक्षा मंत्री और सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने वाले मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से विपक्ष में आक्रोश पैदा हो गया है.
डेरेक ओ ब्रायन ने की सिसोदिया की तारीफ
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, "अगर मनीष सिसोदिया ने खुद के लिए बीजेपी ब्रांड की वॉशिंग मशीन बनवा ली होती, तो उन्हें कभी गिरफ्तार नहीं किया जाता. वाह...मनीष और उनके सहयोगियों ने बीजेपी छोड़ दी है. केवल सीबीआई, ईडी, आईटी ही सच्चे सहयोगी बने हुए हैं."
If @msisodia had got himself a #BJP brand of washing machine, he would never been arrested. Bravo, Manish
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) February 26, 2023
Allies ShivSena, SADal, JD(U) TDP & others have all abandoned BJP.
Only CBI, ED, IT remain true allies.
Targeting Opposition leaders is the DESPERATE DUO'S favorite job
केजरीवाल बोले- कई CBI अफसर गिरफ्तारी के खिलाफ थे
दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल बोले, "सिसोदिया के खिलाफ CBI के पास सबूत नहीं थे. कई अफसर उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ थे. सिसोदिया को राजनीतिक दबाव में गिरफ्तार किया गया है."
संजय राउत बोले- क्या भाजपा में सारे संत हैं?
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, "सिसोदिया पर हुई कार्रवाई बताती है कि केंद्र सरकार विपक्ष का मुंह बंद कराना चाहती है. हम सिसोदियाजी के साथ हैं. महाराष्ट्र हो, झारखंड हो, दिल्ली हो, केंद्र सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को जेल भेज रही है या उन्हें समर्पण पर मजबूर कर रही है. चाहे वो सिसोदिया हों, नवाब मलिक हों, अनिल देशमुख हों या फिर मैं. क्या भाजपा में सारे संत हैं?"
ये भी पढ़ें:-
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने सही, जयराम रमेश ने गलत ठहराया
मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी मामले में CBI रिमांड आर्डर कॉपी में किए गए अहम खुलासे...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं