- अदाणी पावर को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2,906 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है.
- इस दौरान 4.5 गीगावाट के लंबी अवधि के पीपीए हासिल किए गए हैं.
- दूसरी तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड बिजली बिक्री 7.4 प्रतिशत बढ़कर 23.7 अरब यूनिट्स हो गई है.
अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए. अदाणी पावर को दूसरी तिमाही में टैक्स चुकता करने के बाद 2,906 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है. वहीं इस दौरान 4.5 गीगावाट के लंबी अवधि के पीपीए (पावर परचेज एग्रीमेंट) हासिल किए गए हैं. कंपनी की तिमाही रिपोर्ट में बताया गया है कि मॉनसून जल्दी आने और लंबे समय तक बिजली की मांग में कमी के बावजूद कंपनी ने यह वृद्धि दर्ज की है.
कंपनी की आय इस साल की जुलाई-सितंबर अवधि में 13,106.34 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल की समान अवधि में 12,949.12 करोड़ रुपये थी. कंपनी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड बिजली बिक्री की मात्रा 7.4 प्रतिशत बढ़कर 23.7 अरब यूनिट्स हो गई है.
अदाणी पावर का कंसोलिडेटेड ईबीआईटीडीए दूसरी तिमाही में 6,001 करोड़ रुपये रहा है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6,000 करोड़ रुपये था.
जुलाई-सितंबर अवधि में, कंपनी ने बिहार डिस्कॉम के साथ 2,400 मेगावाट, मध्य प्रदेश के डिस्कॉम के साथ 1,600 मेगावाट और कर्नाटक डिस्कॉम के साथ 570 मेगावाट (अक्टूबर 2025 तक) का लंबी अवधि का पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) साइन किया है.

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दूसरी तिमाही में अदाणी पावर ने कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रिसॉल्यूशन प्रोसेस के तहत 600 मेगावाट की क्षमता वाली विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड का अधिग्रहण किया है, जिससे कंपनी की क्षमता 18,150 मेगावाट हो गई है.
अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ एसबी ख्यालिया ने कहा, "मौसम संबंधी उतार-चढ़ाव के बावजूद, अदाणी पावर ने इस तिमाही में एक बार फिर मजबूत और स्थिर वित्तीय प्रदर्शन किया है, जो हमारी परिचालन दक्षता और प्रतिस्पर्धी लाभों को दर्शाता है. हम शक्ति स्कीम के तहत 4.5 गीगावाट के नए लंबी अवधि के पीपीए हासिल करके बाजार में अपनी उपस्थिति का लगातार विस्तार कर रहे हैं."
उन्होंने बताया, "मजबूत मुनाफा और लिक्विडिटी, हमें 2031-32 तक 42 गीगावाट के अपने क्षमता विस्तार लक्ष्य को प्राप्त करने की स्थिति में ला खड़ा करती है. हमने पूरे 23.7 गीगावाट विस्तार के लिए जमीन और उपकरण के ऑर्डर पहले ही दे दिए हैं और परियोजना का कार्यान्वयन तेजी से आगे बढ़ रहा है."
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में मर्चेंट और शॉर्ट-टर्म सेल्स वॉल्यूम 12.9 प्रतिशत बढ़कर 5.7 बिलियन यूनिट रही, जबकि वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 5.0 बिलियन यूनिट थी. इसी प्रकार, वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में मर्चेंट वॉल्यूम 10.5 प्रतिशत बढ़कर 11.4 बिलियन यूनिट रही, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में यह 10.3 बिलियन यूनिट थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं