पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा गोंडा की चुनावी सभा में दिए गए बयान पर विपक्ष ने राज्यसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को निशाना बनाया.
नई दिल्ली:
"गोंडा जिला सीमा से जुड़ा हुआ है...नेपाल से सटा हुआ है. अभी कानपुर में रेल हादसा हुआ. उसमें कुछ लोग पकड़े गए हैं. सैकड़ों लोग मारे गए. पुलिस ने जो खोज के निकाला है कि यह एक षड्यंत्र के तहत हुआ. और षड्यंत्र करने वाले कहां बैठे थे...सीमा के उस पार...सीमा पार के जो हमारे दुश्मन हैं...वे अपना कारोबार सीमा के उस पार से चलाना चाहते हैं." गोंडा की चुनाव सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान की गूंज बुधवार को राज्यसभा में सुनाई दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर गृह मंत्री को राज्यसभा में विपक्ष का सवाल झेलना पड़ा. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि क्यों प्रधानमंत्री ने इसे सीमा पार से रची गई साजिश करार दिया, जबकि गृह मंत्रालय इस मामले की जांच की बात कर रहा है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि गृह मंत्रालय की तरफ से लिखित जवाब में कहा गया है कि कानपुर हादसे की जांच चल रही है जबकि प्रधानमंत्री सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि ये एक सीमा-पार से रचे गए षड्यंत्र की वजह से हुआ.
दिग्विजय सिंह ने कहा, "सांसद संजय राउत ने सवाल पूछा कि क्या इस तरह की घटनाओं में आईएसआई शामिल है? जवाब में कहा गया है कि इस मामले की जांच की जा रही है. इसका मतलब यह हुआ कि प्रधानमंत्री को एनआईए से रिपोर्ट मिल रही हैं जिसकी जानकारी गृह मंत्री के पास नहीं है. मैं गृह मंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि क्या प्रधानमंत्री के पास इसकी जानकारी थी कि इस घटना में पाकिस्तान का हाथ है?"
सदन में मौजूद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस हादसे की जांच को लेकर ऐसी खबरें मीडिया में छपी हैं और भारत में अधिकतर आतंकी घटनाओं को सीमा पार आतंकवाद से समर्थन मिल रहा है. राजनाथ ने कहा, "बहुत सारी आतंकी गतिविधियां चल रही हैं, वो हमारे पड़ोसी देश द्वारा स्पांसर्ड हैं. पीएम के बयान पर जो सवाल पूछा है ...इस तरह की खबरें समाचार पत्रों में आ चुकी हैं. पीएम ने आईएसआई का हाथ है, ऐसा नहीं कहा." जाहिर है, गृह मंत्री दिग्विजय सिंह के सवाल का सीधा जवाब नहीं दे पाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर गृह मंत्री को राज्यसभा में विपक्ष का सवाल झेलना पड़ा. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि क्यों प्रधानमंत्री ने इसे सीमा पार से रची गई साजिश करार दिया, जबकि गृह मंत्रालय इस मामले की जांच की बात कर रहा है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि गृह मंत्रालय की तरफ से लिखित जवाब में कहा गया है कि कानपुर हादसे की जांच चल रही है जबकि प्रधानमंत्री सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि ये एक सीमा-पार से रचे गए षड्यंत्र की वजह से हुआ.
दिग्विजय सिंह ने कहा, "सांसद संजय राउत ने सवाल पूछा कि क्या इस तरह की घटनाओं में आईएसआई शामिल है? जवाब में कहा गया है कि इस मामले की जांच की जा रही है. इसका मतलब यह हुआ कि प्रधानमंत्री को एनआईए से रिपोर्ट मिल रही हैं जिसकी जानकारी गृह मंत्री के पास नहीं है. मैं गृह मंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि क्या प्रधानमंत्री के पास इसकी जानकारी थी कि इस घटना में पाकिस्तान का हाथ है?"
सदन में मौजूद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस हादसे की जांच को लेकर ऐसी खबरें मीडिया में छपी हैं और भारत में अधिकतर आतंकी घटनाओं को सीमा पार आतंकवाद से समर्थन मिल रहा है. राजनाथ ने कहा, "बहुत सारी आतंकी गतिविधियां चल रही हैं, वो हमारे पड़ोसी देश द्वारा स्पांसर्ड हैं. पीएम के बयान पर जो सवाल पूछा है ...इस तरह की खबरें समाचार पत्रों में आ चुकी हैं. पीएम ने आईएसआई का हाथ है, ऐसा नहीं कहा." जाहिर है, गृह मंत्री दिग्विजय सिंह के सवाल का सीधा जवाब नहीं दे पाए.
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