रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने 2021 के दौरान 601 लोगों की जान बचाई और 630 अन्य को मानव तस्करों से बचाया. आरपीएफ द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक आधिकारिक बयान से यह जानकारी मिली. आरपीएफ कर्मियों ने पिछले साल 23 करोड़ रुपये से अधिक का सामान बरामद किया और 522 ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेनों को सुरक्षा प्रदान की. आरपीएफ ने ट्रेनों और स्टेशनों पर कोविड-उपयुक्त व्यवहार को लागू करना भी सुनिश्चित किया.बयान में कहा गया है कि ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण आरपीएफ के 26 जवानों की मौत हो गई. पिछले साल आरपीएफ कर्मियों ने 601 लोगों की जान बचाई.
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बयान के अनुसार, मार्च 2021 में भरवारी रेलवे स्टेशन, एनसीआर (उत्तर प्रदेश) में आत्महत्या का प्रयास करने वाली एक महिला को बचाते हुए हेड कांस्टेबल ज्ञान चंद की मौत हो गई. ‘‘मिशन जीवन रक्षा'' के तहत आरपीएफ ने पिछले चार वर्षों में 1,650 लोगों की जान बचाई है.
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राष्ट्रपति द्वारा आरपीएफ कर्मियों को जीवन बचाने में उनके प्रयासों को चिह्नित करने के लिए पिछले चार वर्षों में नौ जीवन रक्षा पदक और एक वीरता पदक से सम्मानित किया गया. रेलवे सुरक्षा बल ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर 244 ‘‘मेरी सहेली'' टीम को भी तैनात किया है.पिछले साल, आरपीएफ ने यात्रियों के खिलाफ अपराध में शामिल 3,000 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया और उन्हें राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) अथवा पुलिस को सौंप दिया. रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कुल 8,744 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
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