पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला (Pulwama Terror Attack) करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के 19 वर्षीय आतंकी का पत्थरबाजी का लंबा इतिहास रहा है. पुलवामा के पुलिस अधीक्षक चंदन कोहली ने कहा, ''उसको पत्थरबाजी की आदत थी और उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं''. पुलिस सूत्रों का कहना है कि आदिल अहमद डार पिछले साल मार्च में लापता हो गया था और इसके बाद वह पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया था. उसके परिवार को अब भी भरोसा नहीं हो रहा है कि वह फियादीन (सुसाइड बॉम्बर) बन गया. सीआरपीएफ के 40 जवानों की जान लेने वाले आतंकी आदिल अहमद डार के पिता गुलाम हसन डार ने बताया कि वह पिछले साल बोर्ड परीक्षाओं के दौरान अचानक गायब हो गया था. बृहस्पतिवार को स्थानीय पुलिस ने सीआरपीएफ पर हमले के बारे में सूचना दी.
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एनडीटीवी से बातचीत में गुलाम हसन डार ने कहा कि मैं इस हमले में शहीद जवानों के परिजनों का दर्द समझता हूं. जिन्होंने अपनों को खोया है, मैं उनका दर्द महसूस कर सकता हूं. उन्होंने कहा, ''मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मेरा बेटा फिदायीन बन जाएगा. मैं पढ़ा-लिखा नहीं हूं. समझ में नहीं आ रहा है कि ऐसा क्यों हुआ. उसका आतंकवाद की तरफ झुकाव भी नहीं था...वह तो बोर्ड परीक्षाएं दे रहा था, इस बीच अचानक गायब हो गया था''. गुलाम हसन डार ने कश्मीर में खून-ख़राबे को खत्म करने की अपील की और नेताओं पर निशाना साधा. कहा, '' मैं चाहता हूं कि कोई भी फिदायीन न बने, लेकिन अभी भी इस तरह की मानसिकता है. ऐसा इसलिये है, क्योंकि कश्मीर की समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है...इसका हल ढूंढना पड़ेगा''.
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आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama IED Blast) में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है. भारत ने पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान की निंदा की और पड़ोसी मुल्क से आतंकवादियों को सहयोग देना बंद करने तथा उसकी जमीन से संचालित हो रहे आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की मांग की है.
वीडियो- पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला
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