नई दिल्ली: साल 2001 से साल 2006 तक अटलबिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान एस्सार कंपनी द्वारा कथित तौर पर मंत्रियों और उद्योगपतियों के फोन टैप किए जाने का मामला दिल्ली हाई कोर्ट में पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेन उप्पल ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की है।
सुरेन उप्पल ने अपनी याचिका में एस्सार कंपनी के प्रमोटरों, केंद्र सरकार, सीबीआई और अंबानी बंधुओं के अलावा पूर्व कर्मचारी अल बासित खान को पक्ष बनाया है। याचिका में कहा गया है कि इस मामले में अल बासित एक अहम कड़ी हैं और उसकी उपलब्धता को सुनिश्चतित किया जाए।
मामले को लेकर पीएमओ का सख्त रुख
इससे पहले एस्सार कंपनी द्वारा कथित तौर पर फोन टैप किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय यानि पीएमओ ने सख्त रुख अपनाया है। पीएमओ ने पूरे मामले में गृह मंत्रालय से रिपोर्ट तलब करते हुए जांच और कार्रवाई का साफ निर्देश दिया है।
एस्सार के पूर्व अधिकारी ने दी जानकारी
गौरतलब है कि उप्पल ने 1 जून को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर वाजपेयी और मनमोहन सिंह के कार्यकाल में शीर्ष नेताओं और उद्योगपतियों के फोन टैप किए जाने की शिकायत की थी। उनका दावा था कि एस्सार के पूर्व अधिकारी बासित खान ने उन्हें इस संबंध में जानकारी दी थी।