मंदसौर के बीजेपी सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा है कि देश की जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
खास बातें
- कहा - आमिर खान तीसरी पत्नी की खोज में जुट गए
- रीना दत्ता, किरण राव और उनके बच्चों की फिक्र नहीं
- जिन लोगों के इरादे कुत्सित हैं, उन पर कंट्रोल होना चाहिए
भोपाल: मध्यप्रदेश के मंदसौर से बीजेपी (BJP) सांसद सुधीर गुप्ता (Sudhir Gupta) ने जनसंख्या दिवस पर जनसंख्या (Population) नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाए जाने की जरूरत जताई. उन्होंने फिल्म अभिनेता आमिर खान (Aamir Khan) पर निशाना साधते हुए कहा कि ''भारत के विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण के कठोर कदम उठाए जाएं. जनसंख्या असंतुलित करने में हीरो आमिर खान जैसे लोगों का हाथ है. उनकी पहली पत्नी रीना दत्ता अपने दो बच्चों के साथ, दूसरी पत्नी किरण राव अपने बच्चे के साथ कहां भटकेगी, उसकी चिंता नहीं, लेकिन दादा आमिर तीसरी की खोज में जुट गए.''
सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि "बहुत ही स्पष्ट है कि आखिरकार हमें एक न एक दिन तो विचार करना पड़ेगा, मैंने कई बार देखा तो एक इंच की भूमि भारत की बढ़ी नहीं है और आबादी 140 करोड़ तक पहुंच गई है. न तो शुभकामनाएं बनती हैं, न बधाई बनती है. अगर पीछे पलटकर देखें तो डिवाइडेशन हुआ था भारत का, उसमें भूमि ज्यादा गई थी. पाकिस्तान में जनसंख्या कम, लेकिन उन्होंने जो धक्का देकर लौटा दिए, उसके बदले बेशर्मों ने जमीन नहीं लौटाई. पर यह शर्मदार दुनिया है और इसमें पाकिस्तानियों की कितनी जगह है, इस पर कितनी बहस करेंगे.''
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उन्होंने कहा कि ''भारत के परिप्रेक्ष्य में देखें, अभी तो लोगों का हीरो आमिर खान है. उनकी पहली पत्नी रीना दत्ता अपने दो बच्चों के साथ, दूसरी पत्नी किरण राव अपने बच्चे के साथ कहां भटकेगी, उसकी चिंता नहीं, लेकिन दादा आमिर तीसरी की खोज में जुट गए. यह भारत का संदेश है दुनिया को? यह जो दुनिया कहती थी कि अंडा बेचने के अलावा ज्यादा कुछ अक्ल है नहीं, इतना ही करें तो ज्यादा ठीक है.''
सुधीर गुप्ता ने कहा कि ''भारत की आबादी को असंतुलित करने में आमिर खान जैसे लोगों का हाथ है. यह दुर्भाग्य है. दुर्भाग्य देखने जाएं तो फरीदाबाद की एक महिला मिस जोजो ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थी उसने अपने आठवें और अंतिम बच्चे को जन्म दिया और मृत्यु पूर्व बयान दिया कि में प्रसन्न हूं कि मैं अपने ईश्वर के दिव्य संदेश फैलाने में आठ बच्चे देने में सफल रही. कौन से संदेश हैं? इसलिए भारत को कठोर होना पड़ेगा. विकासवादी सोच चाहिए तो जनसंख्या पर नियंत्रण चाहिए. और जिन लोगों के इरादे कुत्सित हैं, उन पर कंट्रोल चाहिए.''