
केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू का फाइल फोटो...
नई दिल्ली:
नियंत्रण रेखा के उस पार कल रात आतंकवादी ठिकानों पर भारत के लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) करने के बाद केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि पाकिस्तान अपनी गलतियों को महसूस करेगा और भारत के खिलाफ आतंकवाद को सहायता और उकसावा देना बंद करेगा.
नायडू ने कहा कि अभियान भारत की धरती में घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के भारतीय सेना के अधिकार का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जनवरी 2004 में जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया, जिसमें उसने कहा था कि वह भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं होने देगा.
उन्होंने कहा, 'भारत बार-बार पाकिस्तान से अनुरोध कर रहा है कि वह धरती का आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल न होने दे'. उन्होंने कहा, 'उसने वादे का पालन नहीं किया. इसके विपरीत वह इन दिनों में आतंकवादियों की सहायता, उन्हें उकसाने और उसके वित्तपोषण में शामिल रहा है. हाल में भारत की धरती पर घुसपैठ करने के कई प्रयास किए गए हैं'. क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के अपनी जिम्मेदारियों को महसूस करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि अब कम से कम पाकिस्तान अपनी गलतियों को महसूस करेगा और भारत के खिलाफ आतंकवादी हमले की सहायता और प्रोत्साहन देना रोकेगा'.
नायडू ने कहा कि पाकिस्तान की धरती से चल रहा राज्य प्रायोजित आतंकवाद न सिर्फ भारत के लिए खतरा है, बल्कि समूचे क्षेत्र के साथ-साथ दुनिया के लिए भी खतरा है. उन्होंने कहा, 'हमने बातचीत के जरिए सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान को शामिल करने के लिए हरसंभव सार्थक प्रयास किए हैं, लेकिन दुर्भाग्य से पाकिस्तान ने आतंकवाद को प्रोत्साहन देने की राह को चुना है'. नायडू ने कहा कि भारत के सकारात्मक नजरिये का पाकिस्तान ने न सिर्फ आतंकवादियों को और प्रोत्साहन देकर प्रतिफल चुकाया बल्कि आतंकवादी कृत्यों को भी उचित ठहराया.
मंत्री ने कहा कि उरी आतंकवादी हमले के बाद भारत की जनता आक्रोशित थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्वस्त किया कि इस तरह के निंदनीय कृत्यों को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और देश की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए माकूल कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'हमारी सेना का कल का अभियान देश की एकता, सुरक्षा और संरक्षा की रक्षा करने की उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा थे'. उन्होंने कहा कि यह साबित हो गया है कि भारत मोदी और सेना के सुरक्षित हाथों में है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बसे भारतीय आतंकवादी घुसपैठ का मुकाबला करने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना कर रहे हैं.
नायडू ने कहा कि भारत 'अमन पसंद' देश है, लेकिन इस लक्ष्य को दोनों देशों को महसूस करना चाहिए और पाकिस्तान से अपनी जिम्मेदारियों को समझने को कहा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नायडू ने कहा कि अभियान भारत की धरती में घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के भारतीय सेना के अधिकार का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जनवरी 2004 में जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया, जिसमें उसने कहा था कि वह भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं होने देगा.
उन्होंने कहा, 'भारत बार-बार पाकिस्तान से अनुरोध कर रहा है कि वह धरती का आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल न होने दे'. उन्होंने कहा, 'उसने वादे का पालन नहीं किया. इसके विपरीत वह इन दिनों में आतंकवादियों की सहायता, उन्हें उकसाने और उसके वित्तपोषण में शामिल रहा है. हाल में भारत की धरती पर घुसपैठ करने के कई प्रयास किए गए हैं'. क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के अपनी जिम्मेदारियों को महसूस करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि अब कम से कम पाकिस्तान अपनी गलतियों को महसूस करेगा और भारत के खिलाफ आतंकवादी हमले की सहायता और प्रोत्साहन देना रोकेगा'.
नायडू ने कहा कि पाकिस्तान की धरती से चल रहा राज्य प्रायोजित आतंकवाद न सिर्फ भारत के लिए खतरा है, बल्कि समूचे क्षेत्र के साथ-साथ दुनिया के लिए भी खतरा है. उन्होंने कहा, 'हमने बातचीत के जरिए सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान को शामिल करने के लिए हरसंभव सार्थक प्रयास किए हैं, लेकिन दुर्भाग्य से पाकिस्तान ने आतंकवाद को प्रोत्साहन देने की राह को चुना है'. नायडू ने कहा कि भारत के सकारात्मक नजरिये का पाकिस्तान ने न सिर्फ आतंकवादियों को और प्रोत्साहन देकर प्रतिफल चुकाया बल्कि आतंकवादी कृत्यों को भी उचित ठहराया.
मंत्री ने कहा कि उरी आतंकवादी हमले के बाद भारत की जनता आक्रोशित थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्वस्त किया कि इस तरह के निंदनीय कृत्यों को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और देश की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए माकूल कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'हमारी सेना का कल का अभियान देश की एकता, सुरक्षा और संरक्षा की रक्षा करने की उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा थे'. उन्होंने कहा कि यह साबित हो गया है कि भारत मोदी और सेना के सुरक्षित हाथों में है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बसे भारतीय आतंकवादी घुसपैठ का मुकाबला करने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना कर रहे हैं.
नायडू ने कहा कि भारत 'अमन पसंद' देश है, लेकिन इस लक्ष्य को दोनों देशों को महसूस करना चाहिए और पाकिस्तान से अपनी जिम्मेदारियों को समझने को कहा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
भारत, पाकिस्तान, सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद, भारतीय सेना, वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी, India, Pakistan, Surgical Strike, Terrorism, Indian Army, Venkaiah Naidu, PM Narendra Modi