सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बुधवार को कहा कि अब जम्मू- कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भविष्य की सड़कों का निर्माण करने का समय है. जस्टिस एसके कौल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के निवासियों को भविष्य की तलाश करनी चाहिए और अतीत में नहीं रहना चाहिए. जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां अब्दुल कयूम की हिरासत के मामले में पीठ ने अपने आदेश में कहा कि यह भविष्य के लिए सड़कें बनाने का समय है. भविष्य की तलाश करें, अतीत में न रहें, आगे देखें. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को केंद्र शासित प्रदेश में पूर्ण सामान्य स्थिति लाने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए.
जस्टिस कौल खुद जम्मू-कश्मीर से संबंध रखते हैं. उन्होंने कयूम के फैसले में लोगों और सरकार को सलाह देने के अलावा कयूम से भविष्य में अधिक रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाने को कहा.
वहीं सुनवाई के दौरान कयूम के वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि वह कश्मीर का दौरा करना चाहते हैं यदि यह सुरक्षित हो. वहां की सुंदरता की तुलना स्विट्जरलैंड से की जाती है. जस्टिस कौल ने जवाब दिया कि हां, आपको जाना चाहिए.
केवल कुछ छोटे हिस्से हैं जहां परेशानी है, वरना सब बहुत अच्छा है.
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फिर जज ने कहा कि भारत में पर्यटन की बहुत संभावना है और सरकार को इस क्षमता का दोहन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल तमिलनाडु में ही 37,000 पंजीकृत मंदिर हैं और वे सभी अद्भुत हैं. मेरा मानना है कि इस देश में महान पर्यटन स्थल हैं और उन्हें बढ़ावा दिया जाना चाहिए.
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जस्टिस कौल ने महामारी के कारण मौजूदा स्थितियों का हवाला देते हुए आगे कहा कि हम जानते हैं कि हम जो कह रहे हैं वह अभी अजीब लग रहा है लेकिन उसकी इच्छा है, यह समय जाएगा और सब कुछ ठीक हो जाएगा.
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