खास बातें
- फेसबुक और यू-ट्यूब जैसी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों ने सरकार को सूचना दी है कि उनके पेजों पर डाली गई उत्तेजक सामग्री से यह संकेत मिलता है कि उन्हें पाकिस्तान से डाला गया है।
नई दिल्ली: फेसबुक और यू-ट्यूब जैसी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों ने सरकार को सूचना दी है कि उनके पेजों पर डाली गई उत्तेजक सामग्री से यह संकेत मिलता है कि उन्हें पाकिस्तान से डाला गया है।
डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इनफॉरमेशन टेकनोलॉजी (डीइआईटी) ने एक बयान में कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सोशल नेटवर्किंग साइटों से मिले शुरुआती रुझान यह संकेत देते हैं कि इस तरह की सामग्री देश के बाहर से डाली गई है और इनका काफी बड़ी मात्रा एक पड़ोसी देश (पाकिस्तान) से आई है।’’ वेबसाइटों की यह प्रतिक्रिया सरकार की ओर से 245 पेजों पर रोक लगाने का आदेश जारी किए जाने के बाद आई है। इन पेजों पर मूल प्रति में बदलाव कर बनाई गई तस्वीरों और वीडियो डालने का आरोप लगाया गया है।
डीइआईटी ने कहा है कि अधिकांश सामग्रियां ‘‘ऐसी घटनाओं से जुड़ी हैं जिनका असम की घटना से कोई संबंध नहीं है। इस तरह के बदले हुए चित्र एवं वीडियो के कारण ब्लॉगों पर लोगों की टिप्पणियों की बाढ़ आ गई और घृणा से भरे संदेशों का भी प्रसार हुआ।’’ बयान में कहा गया कि डीइआईटी इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय सोशल नेटवर्किंग साइटों के साथ काम कर रही है। हालांकि, इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर उन लोगों से काफी अधिक और त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा है।