विज्ञापन
This Article is From Feb 05, 2016

महिलाओं की रक्षा के लिए बने कानूनों का महिलाएं ही कर रही हैं दुरुपयोग : कोर्ट

महिलाओं की रक्षा के लिए बने कानूनों का महिलाएं ही कर रही हैं दुरुपयोग : कोर्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने कहा कि महिलाओं की रक्षा के लिए बने कानूनों का 'दुरुपयोग' ससुराल वालों को चुप कराने के लिए किया जा रहा है और स्पष्ट किया कि न्यायपालिका ऐसे 'गैरकानूनी व्यवहार' को प्रभावी तरीके से रोकेगी।

अदालत ने 70 वर्षीय विधवा महिला को उसकी संपत्ति पर दोबारा अधिकार देने का फैसला सुनाते हुए यह टिप्पणी की। महिला ने आरोप लगाया था कि उससे अलग रह रही बहू जबरन उसके मकान में घुस आई है और वहां रह रही है।

अतिरिक्त जिला न्यायाधीश कामीनी लाउ ने कहा, 'यह मुकदमा दिखाता है कि किस प्रकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने विशेष कानूनों का दुरुपयोग सिर्फ ससुराल वालों को चुप कराने या उन्हें डराने के लिए किया जा रहा है। अदालतें ऐसा दुरुपयोग नहीं होने दे सकती। यह कहने की जरूरत नहीं है कि इन अनुचित और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए अदालतें अवश्य और प्रभावी तरीके से कदम उठाएंगी।'

अदालत ने बहू और उसके दो बच्चों, (दोनों बालिग) को शांतिपूर्ण तरीके से छह महीने के भीतर शास्त्री नगर स्थित अपनी सास की संपत्ति खाली करने का आदेश दिया।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
महिला सुरक्षा कानून, संपत्ति विवाद, कोर्ट, कामीनी लाउ, Laws To Protect Women, Law Misused, Court
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com