कश्मीर झड़प : मरने वालों की संख्या 21 हुई, महबूबा ने शांति बहाली में अलगाववादियों से मांगी मदद

कश्मीर झड़प : मरने वालों की संख्या 21 हुई, महबूबा ने शांति बहाली में अलगाववादियों से मांगी मदद

हिजबुल आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में हिंसा भड़क उठी

खास बातें

  • घाटी में अलग अलग हिंसा और झड़पों में 11 लोगों की मौत
  • सुरक्षाबलों के 96 जवान समेत 200 लोग घायल, अमरनाथ यात्रा रोकी गई
  • कूकरनाग में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को मुठभेड़ में मार गिराया था
श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर कूकरनाग में हिजबुल कमांडर बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से जारी झड़पों में मरने वालों की तादाद 21 पहुंच गई है। रविवार को एक पुलिसकर्मी समेत छह और लोग मारे गए, जबकि सुरक्षाबलों के 96 जवान समेत 200 लोग घायल हो गए हैं। घाटी में कर्फ्यू जैसी पाबंदी लागू है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में हुई जम्मू-कश्मीर कैबिनेट की बैठक में हालात और सुरक्षा बलों के साथ झड़प में लोगों के मारे जाने को लेकर दुख जताया गया। सरकार ने वादा किया कि अगर सुरक्षा बलों की ओर से अनुचित ढंग से बल प्रयोग किया गया है तो उसकी जांच हागी। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा भड़काने वालों के कुचक्र में नहीं फंसे।

कैबिनेट ने हुर्रियत कांफ्रेंस सहित सभी अलगाववादियों और नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और माकपा जैसी मुख्यधारा की पार्टियों से अपील की है कि वे राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद करें। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी में हालात की समीक्षा की और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

(जम्‍मू कश्‍मीर में विरोध प्रदर्शनों में 96 जवान भी घायल हुए)

राज्य सरकार की मांग पर CRPF की 20 कंपनियां घाटी में भेजी गई हैं जबकि राज्य में पहले से ही 60 बटालियन तैनात है। वहीं बुरहान के मारे जाने के बाद से दक्षिण कश्मीर, पुलवामा समेत सभी 10 जिलों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। ऐहतियातन घाटी में शनिवार से ही ट्रेन सेवाएं बंद हैं। राज्य पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों से हिंसा नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इससे सही परिणाम नहीं निकलेंगे और वे युवाओं को मारने से बचना चाहते हैं।


( ऐहतियातन कर्फ्यू लगाया गया)

22 साल का बुरहान तीन साल से कश्मीर में कई वारदातों को अंजाम दे चुका था...
बताया जा रहा है कि बुरहान सोशल मीडिया के ज़रिए नौजवानों को हिजबुल के साथ जुड़ने के लिए उकसाता था। सोशल साइट पर उसके कई फोटो वायरल हुए हैं। कुछ ही समय पहले उसने एक वीडियो में नौजवानों को पुलिस पर अटैक करने को कहा था। 22 साल का बुरहान तीन साल से कश्मीर में कई वारदातों को अंजाम दे चुका था। वह दक्षिण कश्मीर में काफी सक्रिय था।

हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन का ‘पोस्टर बॉय’ बुरहान का शनिवार को उसके पैतृक स्थल त्राल में अंतिम संस्कार किया गया। त्राल में बुरहान के अंतिम संस्कार में भाग लेने आने वाले लोगों से टकराव से बचने के लिए त्राल और इसके आस पास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की कोई तैनाती नहीं की गई।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

(बुरहान वानी-फाइल फोटो)

अनंतनाग के पास मुठभेड़ में बुरहान को मार गिराया गया...
कश्मीर का पोस्टर ब्‍वॉय कहलाया जाने वाला बुरहान वानी सुरक्षा बलों के साथ एंकाउंटर में मारा गया। शुक्रवार को करीब सवा घंटे चली मुठभेड़ में सेना और पुलिस ने बुरहान वानी और उसके तीन साथियों को मार गिराया। केवल हिजबुल के ही नहीं, इस साल सुरक्षाबलों ने रिकॉर्ड संख्या में जम्मू कश्मीर में सक्रिय सारे आतंकी संगठनों को टॉप कमांडर को मार गिराया है।  जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी के रज़िंदर ने एनडीटीवी को बताया था, "यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है। बुरहान नौजवानों को बरगालाता था और उन्हें प्रभावित भी करता था।"  हिज्बुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर बुरहान मुठभेड़ में मारा गया : पुलिस


बुरहान मुज़फ्फर वानी के बारे में :
- 15 साल की उम्र में ही 2010 में बुरहान अपने भाई के मारे जाने के बाद टेररिस्ट ग्रुप हिजबुल से जुड़ा।
- उसका मानना था कि उसके भाई की इंडियन आर्मी ने हत्या कर दी थी। वह इसका बदला लेना चाहता था।
- कश्मीर के त्राल का रहने वाला बुरहान वानी एक रसूखदार फैमिली से था।
- उस पर कश्मीर के एजुकेटेड यूथ को हिजबुल से जोड़ने का जिम्मा था।
- उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित किया गया था।

(न्यूज एजेंसी भाषा से भी इनपुट)

अन्य खबरें