6 और हवाई अड्डों की तीसरे दौर में नीलामी होगी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया ऐलान

 वायुक्षेत्र को लेकर ऐलान करते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि भारत वायुक्षेत्र की पाबंदी को सरल और सुगम बनाने के लिए हम एयरफोर्स के साथ समन्वय करेंगे. फ्यूल की बचत होगी और पर्यावरण को नुकसान भी कम होगा. 

नई दिल्ली:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की. यह लगातार चौथा दिन है जब निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज को लेकर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि सरकार जल्द ही सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत छह और हवाई अड्डों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू करेगी. उन्होंने कहा कि इस तरह कुल 12 हवाई अड्डों में निजी कंपनियों से लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश प्राप्त होगा. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) पहले ही सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत परिचालन और रखरखाव के लिये पेश किये गये छह हवाई अड्डों में से तीन को निजी कंपनियों को सौंप चुकी है. 

सीतारमण ने कहा कि छह हवाई अड्डों का वार्षिक राजस्व लगभग एक हजार करोड़ रुपये होगा, जबकि इनका मौजूदा लाभ लगभग 540 करोड़ रुपये प्रति वर्ष है. इसके अलावा, एएआई को भी 2,300 करोड़ रुपये का भुगतान मिलेगा. नीलामी के लिये छह अन्य हवाई अड्डों की पहचान कर ली गयी है और बोली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. एक अधिकारी के अनुसार ये हवाई अड्डे अमृतसर, वाराणसी, भुवनेश्वर, इंदौर, रायपुर और त्रिची में हैं. सीतारमण ने कहा कि पहले और दूसरे दौर के इन 12 हवाई अड्डों की नीलामी से निजी कंपनियों के द्वारा लगभग 13 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश प्राप्त होने की उम्मीद है. पिछले साल सरकार ने पीपीपी मॉडल के माध्यम से छह हवाई अड्डों - लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी के संचालन, प्रबंधन व विकास के लिये बोलियां मंगायी थी.

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सीतारमण ने कहा कि तीसरे दौर की नीलामी में भी छह अन्य हवाईअड्डे पेश किये जायेंगे. सरकारी नियंत्रण वाली एएआई देश में 135 से अधिक हवाई अड्डों का प्रबंधन करती है. इनमें से लगभग 110 हवाई अड्डे परिचालन में हैं.