बाबा रामदेव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि हर दिन कामयाबी का परचम लहरा रही है. ऑनलाइन एंट्री के बाद अब खबर है कि लग्जरी ब्रांड Louis Vuitton पतंजलि में निवेश करने वाला है. खुद इस बात की पुष्टि बाबा रामदेव ने की है. स्वदेशी को घर-घर लाने की बात करने वाले बाबा रामदेव ने कहा कि कंपनी से बातचीत हो रही है. हम अपनी शर्तों के साथ करार कर सकते हैं. जी हां, अगर करार संभव हो जाता है तो एक दिन आम आदमी का ब्रांड पतंजलि लग्जरी ब्रांड Louis Vuitton के साथ नजर आ सकता है.
पतंजलि जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, वो दिन दूर भी नहीं दिखता है. क्योंकि छोटी-छोटी गलियों में दुकानों से बढ़ते हुए मेगा मॉल में बदलने के बाद अब एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, पेटीएममॉल शॉपक्लूज, नेटमेड्स, बिग बास्केट जैसी 8 ई-रिटेल कंपनियों के साथ मिल कर पतंजलि ऑनलाइन उपलब्ध हो गया है. यही वजह है कि रामदेव ने नारा दिया- हरिद्वार से हर द्वार.
गौरतलब है कि पतंजलि अब ऑनलाइन उपलब्ध हो गया है. कारण कि ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ऐसे लोगों पर ही पतंजलि की नजर है, जिसमें नौजवानों का बड़ा हिस्सा शामिल है.
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रिटेल में FDI का विरोध करने वाले बाबा रामदेव का कहना है कि वो अभी भी FDI के खिलाफ हैं. लेकिन साइंस और टेक्नोलॉजी में विदेशी निवेश की मदद से मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने से परहेज नहीं है. वहीं, सरकार से बाबा रामदेव की अपील है कि वो गोमूत्र पर से 18 फीसदी GST हटा दे. बता दें कि गोमूत्र पर भी GST है. दरअसल पतंजलि की कुछ दवाएं और साथ ही दूसरे प्रोडक्ट्स जैसे फर्श साफ करने की लिक्विड आदि गोमूत्र के इस्तेमाल से बनते हैं.
हालांकि गोमूत्र GST लगने वाली वस्तूओं की लिस्ट में नहीं है. फिर भी शायद बाबा रामदेव को उम्मीद है कि जिन चीजों में गोमूत्र इस्तमाल हो रहा है वो भी GST से आजाद रहे.
पतंजलि का अपना ई कॉमर्स प्लैटफॉर्म www.patanjaliayurved.net बीते साल दिसंबर में लॉन्च किया गया और ट्रायल के दौरान ही एक महीने में 10 करोड़ की सेल दर्ज की गई.
पतंजलि के CEO आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि अब बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों से हाथ मिला कर उनके ग्राहकों को भी अपने साथ लेंगे. कोशिश है कि पतंजलि का स्वदेशी मूवमेंट हर घर पहुंचे मगर कंपनी की मूल नीति से समझौता नहीं करेंगे. मगर अब सवाल है कि पतंजलि के ऑनलाइन हो जाने से उन दुकानों का क्या होगा जो सिर्फ पतंजलि के प्रोडक्ट्स बेच रही हैं.
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उनके लिए आचार्य बालकृष्ण ने एक लॉयल्टी कार्ड का प्लान बनाया है. HDFC बैंक भी पतंजलि के साथ जुड़ गया है और HDFC के कार्ड से पतंजलि की ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले ग्राहकों को रिवार्ड प्वाइंट्स मिलेंगे. बालकृष्ण को उम्मीद है कि इससे HDFC के अपने 40 लाख ग्राहक इस ऑनलाइन वेंचर से जुड़ेंगे. पहले ही FMCG सेक्टर में पतंजलि 7वें नंबर पर है और ये सिर्फ 12 साल में संभव हो गया है.
VIDEO: बाबा रामदेव की ई-कॉमर्स में एंट्री, पतंजलि के प्रोडक्ट अब ऑनलाइन मिलेंगे
पतंजलि जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, वो दिन दूर भी नहीं दिखता है. क्योंकि छोटी-छोटी गलियों में दुकानों से बढ़ते हुए मेगा मॉल में बदलने के बाद अब एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, पेटीएममॉल शॉपक्लूज, नेटमेड्स, बिग बास्केट जैसी 8 ई-रिटेल कंपनियों के साथ मिल कर पतंजलि ऑनलाइन उपलब्ध हो गया है. यही वजह है कि रामदेव ने नारा दिया- हरिद्वार से हर द्वार.
गौरतलब है कि पतंजलि अब ऑनलाइन उपलब्ध हो गया है. कारण कि ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ऐसे लोगों पर ही पतंजलि की नजर है, जिसमें नौजवानों का बड़ा हिस्सा शामिल है.
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रिटेल में FDI का विरोध करने वाले बाबा रामदेव का कहना है कि वो अभी भी FDI के खिलाफ हैं. लेकिन साइंस और टेक्नोलॉजी में विदेशी निवेश की मदद से मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने से परहेज नहीं है. वहीं, सरकार से बाबा रामदेव की अपील है कि वो गोमूत्र पर से 18 फीसदी GST हटा दे. बता दें कि गोमूत्र पर भी GST है. दरअसल पतंजलि की कुछ दवाएं और साथ ही दूसरे प्रोडक्ट्स जैसे फर्श साफ करने की लिक्विड आदि गोमूत्र के इस्तेमाल से बनते हैं.
हालांकि गोमूत्र GST लगने वाली वस्तूओं की लिस्ट में नहीं है. फिर भी शायद बाबा रामदेव को उम्मीद है कि जिन चीजों में गोमूत्र इस्तमाल हो रहा है वो भी GST से आजाद रहे.
पतंजलि का अपना ई कॉमर्स प्लैटफॉर्म www.patanjaliayurved.net बीते साल दिसंबर में लॉन्च किया गया और ट्रायल के दौरान ही एक महीने में 10 करोड़ की सेल दर्ज की गई.
पतंजलि के CEO आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि अब बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों से हाथ मिला कर उनके ग्राहकों को भी अपने साथ लेंगे. कोशिश है कि पतंजलि का स्वदेशी मूवमेंट हर घर पहुंचे मगर कंपनी की मूल नीति से समझौता नहीं करेंगे. मगर अब सवाल है कि पतंजलि के ऑनलाइन हो जाने से उन दुकानों का क्या होगा जो सिर्फ पतंजलि के प्रोडक्ट्स बेच रही हैं.
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उनके लिए आचार्य बालकृष्ण ने एक लॉयल्टी कार्ड का प्लान बनाया है. HDFC बैंक भी पतंजलि के साथ जुड़ गया है और HDFC के कार्ड से पतंजलि की ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले ग्राहकों को रिवार्ड प्वाइंट्स मिलेंगे. बालकृष्ण को उम्मीद है कि इससे HDFC के अपने 40 लाख ग्राहक इस ऑनलाइन वेंचर से जुड़ेंगे. पहले ही FMCG सेक्टर में पतंजलि 7वें नंबर पर है और ये सिर्फ 12 साल में संभव हो गया है.
VIDEO: बाबा रामदेव की ई-कॉमर्स में एंट्री, पतंजलि के प्रोडक्ट अब ऑनलाइन मिलेंगे