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This Article is From Jan 16, 2019

एएसईआर के सर्वे की रिपोर्ट : लड़कियां पढ़ाई में अव्वल लेकिन इस मामले में लड़कों से बहुत पीछे

14 से 16 साल उम्र के लड़कों में से 50 फीसदी भाग के गणित को ठीक-ठीक सुलझा सकते हैं जबकि सिर्फ 44 फीसदी लड़कियां ही ऐसा कर सकती हैं

एएसईआर के सर्वे की रिपोर्ट : लड़कियां पढ़ाई में अव्वल लेकिन इस मामले में लड़कों से बहुत पीछे
प्रतीकात्मक फोटो.
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Summary is AI generated, newsroom reviewed.
एएसईआर ने 596 जिलों के 3,54,944 परिवारों में किया सर्वेक्षण
सर्वे में तीन से 16 साल के 5,46,527 बच्चों को किया शामिल
सामान्य अंकगणित में लड़कियों से आगे हैं लड़के
नई दिल्ली:

लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में लड़कों से अच्छा कर रही हैं लेकिन जब बात सामान्य अंकगणित की आती है तो लड़के लड़कियों के मुकाबले ज्यादा बेहतर हैं. शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर 14 से 16 साल उम्र के सभी लड़कों में से 50 फीसदी भाग के गणित को ठीक-ठीक सुलझा सकते हैं जबकि सिर्फ 44 फीसदी लड़कियां ही ऐसा कर सकती हैं. एएसईआर ने 596 जिलों के 3,54,944 परिवारों और तीन से 16 साल उम्र समूह के 5,46,527 बच्चों पर यह सर्वेक्षण किया है.

इस सर्वेक्षण में तीन बड़े पहलुओं को ध्यान में रखा गया है. बच्चों का स्कूल में दाखिला, उपस्थिति और सामान्य रूप से किताबों को पढ़ने और गणित की क्षमता तथा स्कूल में उपलब्ध बुनियादी ढांचे पर सर्वेक्षण किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों का प्रदर्शन पढ़ाई के मामले में लड़कों से अच्छा है लेकिन जब बात सामान्य अंकगणित की आती है तो लड़के आगे हो जाते हैं.

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इसके साथ ही, पहली बार 2018 में छह से 14 साल के उम्र समूह के ऐसे बच्चे जिनका दाखिला स्कूल में नहीं हुआ उनका प्रतिशत तीन फीसदी से गिरकर 2.8 फीसदी तक पहुंचा है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किताब पढ़ने के मामले में पहले के मुकाबले बच्चों की क्षमता सुधरी है.

VIDEO : शिक्षकों की कमी से जूझते स्कूल

(इनपुट भाषा से)

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