कैप्टन शिखरदीप महानंदा एक्सप्रेस से कटिहार से दिल्ली आ रहे थे
कटिहार/ नई दिल्ली:
बिहार में भारतीय सेना के एक कैप्टन के ट्रेन से लापता होने का मामला सामना आया है। जम्मू में तैनात कैप्टन शिखरदीप कटिहार से दिल्ली आ रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ही वह लापता हो गए। उनके परिजनों ने बरौनी रेल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं सेना ने उनका पता लगाने के लिए लोगों की मदद मांगी है।
छुट्टी पर अपने घर कटिहार आया था कैप्टन
पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय कैप्टन शिखरदीप एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था। छुट्टी बीत जाने के बाद छह फरवरी को शिखरदीप महानंदा एक्सप्रेस पर सवार होकर कटिहार रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ और इसी दौरान वह लापता हो गया। वहीं परिजनों का कहना है कि छह फरवरी की रात तक कैप्टन से मोबाइल पर बात हुई थी।
बरौनी रेल थाना प्रभारी आलोक प्रसाद ने बुधवार को बताया कि कैप्टन के बहनोई और कटिहार निवासी जिम्मी प्रकाश के बयान के आधार पर बरौनी रेल थाने में शिखरदीप के लापता होने तथा अपहरण की आशंका की एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। कटिहार के पुलिस अधीक्षक (रेल) जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि रेलगाड़ी जब दिल्ली पहुंची, तब कैप्टन का सामान था, लेकिन कैप्टन अपनी सीट पर नहीं पाया गया।
आखिरी बार कानपुर में दिखा था कैप्टन
मिश्रा ने बताया कि कैप्टन शिखरदीप के मोबाइल फोन के काल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं। रेलगाड़ी (महानंदा एक्सप्रेस) के टीटीई और बेडरोल कर्मी (रेल में चादर देने वाला) से भी पूछताछ की गई है। बेडरोल कर्मी के अनुसार, शिखरदीप को आखिरी बार कानपुर में देखा गया था।
सेना ने मांगी लोगों से मदद
सेना ने भी लापता कैप्टन का पता लगाने में लोगों से मदद मांगी है। एक सार्वजनिक अपील में सेना ने कहा, 'अधिकारी के पता-ठिकाना के बारे में कोई भी जानकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अनंत कुमार को मोबाइल नंबर 9128724351 पर दी जा सकती है।'
शिखरदीप मूल रूप से पूर्णिया जिले के महेन्द्रपुर गांव के निवासी हैं और फिलहाल उनका परिवार कटिहार में रह रहा है। उनके पिता अनंत कुमार सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची में पदस्थापित हैं।
छुट्टी पर अपने घर कटिहार आया था कैप्टन
पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय कैप्टन शिखरदीप एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था। छुट्टी बीत जाने के बाद छह फरवरी को शिखरदीप महानंदा एक्सप्रेस पर सवार होकर कटिहार रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ और इसी दौरान वह लापता हो गया। वहीं परिजनों का कहना है कि छह फरवरी की रात तक कैप्टन से मोबाइल पर बात हुई थी।
बरौनी रेल थाना प्रभारी आलोक प्रसाद ने बुधवार को बताया कि कैप्टन के बहनोई और कटिहार निवासी जिम्मी प्रकाश के बयान के आधार पर बरौनी रेल थाने में शिखरदीप के लापता होने तथा अपहरण की आशंका की एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। कटिहार के पुलिस अधीक्षक (रेल) जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि रेलगाड़ी जब दिल्ली पहुंची, तब कैप्टन का सामान था, लेकिन कैप्टन अपनी सीट पर नहीं पाया गया।
आखिरी बार कानपुर में दिखा था कैप्टन
मिश्रा ने बताया कि कैप्टन शिखरदीप के मोबाइल फोन के काल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं। रेलगाड़ी (महानंदा एक्सप्रेस) के टीटीई और बेडरोल कर्मी (रेल में चादर देने वाला) से भी पूछताछ की गई है। बेडरोल कर्मी के अनुसार, शिखरदीप को आखिरी बार कानपुर में देखा गया था।
सेना ने मांगी लोगों से मदद
सेना ने भी लापता कैप्टन का पता लगाने में लोगों से मदद मांगी है। एक सार्वजनिक अपील में सेना ने कहा, 'अधिकारी के पता-ठिकाना के बारे में कोई भी जानकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अनंत कुमार को मोबाइल नंबर 9128724351 पर दी जा सकती है।'
शिखरदीप मूल रूप से पूर्णिया जिले के महेन्द्रपुर गांव के निवासी हैं और फिलहाल उनका परिवार कटिहार में रह रहा है। उनके पिता अनंत कुमार सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची में पदस्थापित हैं।
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