दुनियाभर में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में भारत की 11 प्रतिशत हिस्सेदारी होने पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि ठोस प्रयासों की वजह से दुर्घटनाओं को काफी कम करने में मदद मिली है. विश्व बैंक द्वारा आयोजित एक आभासी सड़क सुरक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, सड़क परिवहन, राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री गडकरी ने यह भी कहा कि देश की सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश की 3.14 प्रतिशत जीडीपी का नुकसान होता है.
भारत में प्रतिवर्ष लगभग पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं और 3 लाख लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. गडकरी ने कहा, ‘‘वैश्विक सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में ग्यारह प्रतिशत मौतें भारत में होती हैं. वास्तव में सड़क दुर्घटनाओं के कारण राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.14 प्रतिशत नुकसान होता है.'' उन्होंने कहा कि सरकार ने कई निवारक उपाय किए हैं. ‘‘हमारी सड़क दुर्घटनाएं और मृत्यु प्रतिशत पहले ही 20 प्रतिशत तक कम हो गए हैं ... हम इसके लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं.''
दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के प्रति आत्मविश्वास से भरपूर, मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार द्वारा बड़ी संख्या में की गई पहल से दुर्घटना और मृत्यु दर में और कमी आएगी. उन्होंने तमिलनाडु का उदाहरण दिया, जहां सड़क दुर्घटनाओं और उसके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों में काफी कमी देखी गई है. मंत्री ने कहा कि संशोधित मोटर वाहन अधिनियम ने भी दुर्घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. यातायात कानूनों के उल्लंघन के लिए कानून में कठोर दंड है. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा अंकेक्षण का काम भी जारी है.
उन्होंने कहा कि दोषपूर्ण सड़क डिजाइन के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा. गति नियंत्रण और अन्य उपायों के कारण भी स्थिति में सुधार हुआ है. मंत्री ने कहा, ‘‘हमने बहुत से निवारक उपाय किए हैं. हमने पहले ही खामियों वाले क्षेत्रों की पहचान कर ली है और सरकार सड़क इंजीनियरिंग में सुधार के लिए विशेष प्रावधान कर रही है.'' उन्होंने कहा कि ठीक उसी समय, सरकार छात्रों को सड़क सुरक्षा के मुद्दे की अहमियत समझाने के लिए विशेष रूप से उपाय कर रही है जो भविष्य के नागरिक होंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं