
आमतौर पर शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन कई बार एक्स्ट्रा पानी शरीर का वजन बढ़ाता है. जब आपका शरीर एक्स्ट्रा पानी को अंदर रखता है तो आपके शरीर में जो वेट बढ़ता है उसे ही वाटर वेट कहते हैं. बॉडी में पानी जमा यानी अधिक पानी होने से पेट, बाहों और पैरों में सूजन और पफीनेस हो जाती है. वाटर वेट को कम करने के लिए हम कुछ आसान योगासन बता रहे हैं जो आपकी समस्या का ईजी उपाय हो सकता है.
वाटर वेट को कम करने में मददगार हैं ये योगासन- Yoga Poses To Reduce Water Weight:
1. पादहस्तासन या हैंड अंडर फुट पोज
ये पोज बॉडी मेटाबॉलिज्म में सुधार लाता है. इससे अपच की समस्या और ब्लोटिंग में सुधार होता है. रीढ़ की नसें उत्तेजित होती हैं.

2. ताड़ासन या माउंटेन पोज
ताड़ासन को करने से पैरों के मसल्स में बल्ड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे बॉडी की वॉटर रिटेंशन कम होती है और सूजन में कमी आ सकती है.
3. वीरभद्रासन या वैरियर पोज
वैरियर पोज पूरे शरीर को स्ट्रेच करता है और इससे पूरे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है. इस तरह ब्लोटिंग की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है.
4. सूर्य नमस्कार
इस आसन को आप ब्लोटिंग और वॉटर रिटेंशन को कम करने के लिए कर सकते हैं. इससे पूरी बॉडी स्ट्रेच होती है और मसल्स में लचीलापन बढ़ सकता है.
5. सर्वांगासन या शोल्डर पोज
रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के साथ ही ये पोज पाचन में सुधार कर सकता है.
6. पार्श्वकोणासन या साइड एंगल पोज
इस आसन को करने से पैरों, कंधों और फेफड़ों में ब्लड फ्लो बढ़ सकता है.
7. हलासन का प्लो पोज
पेट के आस-पास की ब्लोटिंग कम करने में मददगार है. पैरों और कंधों को स्ट्रेच करने का काम कर सकता है.
8. त्रिकोणासन या ट्रायंगल पोज
ये पोज आपके कंधे और हिप्स को खोलता है और स्ट्रेच करता है, इससे वाटर वेट कम करने में मदद मिल सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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