
World Sight Day 2025: आज के समय में अधिकतर लोग फोन और लैपटॉप में घुसे रहते हैं. अधिक समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल करने से आंखों पर काफी जोर पड़ता है और ये कमजोर होने लग जाती है. दुख की बात ये है कि आज के समय में बच्चे भी दिनभर स्क्रीन के सामने घुसे रहते हैं. इतनी देर तक फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल उनकी आंखों की रोशनी को कम कर सकता है. डॉक्टरों के अनुसार जो लोग फोन और लैपटॉप का अधिक इस्तेमाल करते हैं. उनको आंखों की सेहत से जुड़ा 20-20-20 नियम का पालन करना चाहिए. ये रूल आंखों की सेहत के लिए उत्तम साबित होता है. इसकी मदद से डिजिटल आई स्ट्रेन या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम को रोकने में मदद मिल सकती है. आइए विस्तार में जानते हैं 20-20-20 नियम क्या है? (20-20-20 Rule For Eyes).
आंखों से जुड़ा 20-20-20 नियम क्या है? (20-20-20 Rule For Eyes)
विशेषज्ञ के मुताबिक 20-20-20 नियम का पालन हर किसी को करना चाहिए. इसकी मदद से आंखों पर अधिक प्रेशर नहीं पड़ता है और आंखों की नसें मजबूत बनीं रहती हैं. इस नियम के तहत नीचे बताए गए तीन चरणों का पालन करें.
1. हर 20 मिनट: हर 20 मिनट के बाद स्क्रीन से अपनी आंखें हटाएं.
2. 20 फीट दूर देखें: 20 फीट (लगभग 6 मीटर) दूर किसी वस्तु को देखें.
3. 20 सेकंड तक: उस वस्तु को 20 सेकंड तक देखें.
20-20-20 नियम के फायदे क्या हैं (20-20-20 Rule For Eyes)-
आंखों को कम थकान होती है
20-20-20 नियम को जो लोग फॉलो करते हैं उनकी आंखों को कम थकान होती है, दरअसल लगातार स्क्रीन देखने से आंखें थक जाती हैं.
ड्राई आई से रक्षा होती है
लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखें कम झपकती हैं, जिससे ड्राई आई हो सकता है. जिसकी वजह से आंखों में बार-बार दवाई डालनी पड़ती है. 20-20-20 नियम का (20-20-20 Rule Benefits) पालन करने से आंखों के ड्राई होने की संभावना कम हो जाती है.
फोकसिंग क्षमता सही होती है
20-20-20 रू का पालन करने से आंखों को आराम मिलता है. जिसके फोकसिंग क्षमता में सुधार होता है.
अगर आप यह सरल नियम का पालन कर लें, तो आंखों की सेहत सही बनीं रहेगा. ड्राई आई, आँखों की रोशनी कम होने की समस्या होने की संभावना कम हो जाएगी.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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