Pilates health Benefits: लंबी और फिट काया पाना आसान नहीं है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा वर्कआउट है जो आपको इस कामना को जल्दी ही पूरा कर सकता है. अगर आपके पास कम रहता है और दिन के ज्यादातर समय आप बिजी ही रहते हैं तो आपको इस वर्कआउट का लाभ उठाना चाहिए. अगर आप सिर्फ वीकेंड पर वर्कआउट करने वाले व्यक्ति हैं, गर्भवती हैं, चिंता से जूझ रहे हैं या यहां तक कि एथलीटों हैं तो भी ये वर्कआउट आपके लिए कमाल कर सकता है. पिलेट्स एक ऐसा वर्कआउट है जो हर किसी के लिए एक कॉम्पेक्ट पैकेज है. ये एक्सरसाइज न सिर्फ जोड़ों और मसल्स को टारगेट करती है बल्कि ऑलओवर हेल्थ के लिए फायदेमंद है.
यह भी पढ़ें: रात को एक गिलास पानी में भिगोएं ये बीज, सुबह तक बन जाता है अमृत, कब्ज हो, मोटापा या डायबिटीज हर बीमारी में मददगार
पिलेट्स करने से क्या होगा?
पिलेट्स फिजिकल एस्थेटिक्स से परे जाकर मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है. अध्ययनों से पता चलता है कि ये एक्सरसाइज डिप्रेशन और दर्द पर सकारात्मक प्रभाव डालती है, खासकर पीठ दर्द में. इसके साथ ऑलओवर हेल्थ, चोट की रोकथाम के लिए क्रॉस-ट्रेनिंग वर्कआउट के रूप में डॉक्टरों द्वारा आमतौर पर इस एक्सरसाइज फॉर्म की सिफारिश की जाती है.
पिलेट्स के जबरदस्त फायदे | Amazing benefits of Pilates
पिलेट्स आसपास की सभी ट्रंक मसल्स को शामिल करते हुए कोर को टारगेट करने के लिए माना जाता है. कोर को मजबूत करने से न केवल शरीर स्थिर होता है और सपोर्ट भी मिलता है, ये पीठ और हिप्स का दर्द भी कम होता है.
पिलेट्स पूरी बॉडी को अलाइन करने, मसल्स बैलेंस और मजबूत करता है. ये सिरदर्द को रोकने और कंधे या पीठ दर्द को कम करने में सहायता करता है.
पेट और पेल्विक फ्लोर की मसल्स को टारगेट करके, पिलेट्स एक स्ट्रेंथ-बेस्ड ब्रेस के रूप में काम करता है. ये शरीर के सभी अंगों के सपोर्ट को बढ़ावा देता है.
ये बहुत ज्यादा ढीली या तंग मांसपेशियों के कारण होने वाली चोटों की संभावना को रोकता है. पिलेट्स ताकत, जोड़ों की स्थिरता को सपोर्ट करने और चोटों के जोखिम को कम करने पर फोकस्ड है.
यह भी पढ़ें: कान के अंदर जमी गंदगी को आसानी से निकालना है बाहर, तो इन घरेलू नुस्खों का करें इस्तेमाल, साफ हो जाएगा कान का मैल
पिलेट्स ब्रीदिंग पर फोकस बढ़ाकर, फील-गुड हार्मोन को रिलीज करता है, ऑक्सीजन फ्लो को कस्टमाइज करके और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके कार्डियोरेस्पिरेटरी पावर को बढ़ाता है. लो इफेक्ट वाला होने के बावजूद, पिलेट्स एक स्फूर्तिदायक प्रभाव प्रदान करता है.
पिलेट्स प्रोप्रियोसेप्शन को बढ़ाता है, शरीर की संवेदनाओं के बारे में जागरूकता में सुधार करता है और चोटों को रोकता है. शरीर के प्रति बेहतर जागरूकता से भूख के संकेतों में सुधार और सचेत खान-पान में मदद मिल सकती है.
पिलेट्स में इंटरनल फोकस और ब्रीदिंग कंट्रोल नर्व्स सिस्टम को कंट्रोल करता है, कोर्टिसोल को कम करता है और समय के साथ तनाव को कम करता है.
इस एक्सरसाइज को डेली करने की सिफारिश इसलिए भी की जाती है क्योंकि पिलेट्स स्ट्रेंथ और फ्लेसिबिलिटी को बढ़ाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं