How To Reduce Control Uric: कई लोग रूमेटाइड अर्थराइटिस से परेशान रहते हैं. क्या होता है रूमेटाइड अर्थराइटिस? (What Is Rheumatoid Arthritis) आपको यह जानना जरूरी है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) ऐसी बीमारी है जिसका इलाज जिंदगीभर चल सकता है. इसमें शरीर के जोड़ों में दर्द (Joint Pain), सूजन होने के साथ ही उनका आकार बदल जाता है. रूमेटाइड अर्थराइटिस (Arthritis) एक सूजन संबंधित विकार है जिसमें न सिर्फ जोड़ों पर असर पड़ता है बल्कि शरीर के तंत्र, त्वचा, आंखों, लंग्स, दिल और खून की धमनियों पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इस समस्या से निजात पाने से पहले आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों (Symptoms Of Rheumatoid Arthritis) को जानने की जरूरत है. कई लोग रूमेटाइड अर्थराइटिस के आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment Of Rheumatoid Arthritis) तलाशते हैं. इस तरह के गठिया से राहत पाने के लिए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय (Remedies To Control Uric Acid) करना सबसे ज्यादा जरूरी है.
अर्थराइटिस जोड़ों और हड्डियों को प्रमुख रूप से प्रभावित करती है, लेकिन रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण (Rheumatoid Arthritis Causes) सिर्फ यही परेशानियां नहीं होती है, बल्कि शरीर के अलग-अलग अंगों में इसका असर पड़ सकता है. कई लोग रूमेटाइड अर्थराइटिस के घरेलू उपाय (Home Remedies For Rheumatoid Arthritis) करते हैं. अगर आपको लगता है कि गठिया सिर्फ आपकी हड्डियों और जोड़ों को ही प्रभावित कर सकता है तो आप गलत हो सकते हैं. यहां बताया गया है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस शरीर के किन अंगों को प्रभावित कर सकता है और गठिया में यूरिक एसिड (Uric Acid) को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं.
रूमेटाइड अर्थराइटिस में हो सकती हैं ये समस्याएं | These Problems Can Occur In Rheumatoid Arthritis
5. दिल की समस्या
कई शोधों में सामने आ चुका है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस आपके दिल के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है. रूमेटाइड अर्थराइटिस वाले लोगों में उच्च बीपी, उच्च कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षण दिखने पर सबसे पहले इसके उपचार के तरीके ढूंढने चाहिए. रूमेटाइड अर्थराइटिस हड्डियों को तो प्रभावित कर ही सकता है बल्कि हार्ट को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
2. सांस फूलने की परेशानी
इस तरह के अर्थराटिस में आपको सीने में दर्द और सांस फूलने की समस्या भी हो सकती है. इसके साथ ही रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण आपके फेफड़ों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. रूमेटाइड अर्थराइटिस में शरीर के जड़ों में सूजन और दर्द की समस्या रहती है लेकिन यह फेफड़े की सूजन का कारण भी बन सकता है. अगर आप भी ऐसे लक्षणों का अनुभव कर रहे है तो आपको जल्दी ही इससे बचाव के उपाय करने चाहिए.
3. आंखों में ड्राईनेस
रूमेटाइड अर्थराइटिस के मरीजों में आंखों से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं. जैसे कि आंखों में ड्राईनेस हो जाता है. इस तरह के गठिया में आपका मुंह भी बार-बार सूख सकता है. वहीं आंखों की ड्राईनेस का असर आपकी नजर पर भी पड़ सकता है. ऐसे में ध्यान रखें कि रूमेटाइड अर्थराइटिस शरीर के किसी दूसरे अंग को प्रभावित न करे.
4. कलाई सुन्न होना
रूमेटाइड अर्थराइटिस में रोगियों की कलाई में सुन्नता का आभास हो सकता है. ऐसे में मरीज हाथ भी नहीं हिला पाता है. यह कार्पल टनल सिंड्रोम की वजह से होता है. इससे कलाई के आसपास की नसों में सिकुड़न होती है. इसी तरह ये शरीर के किसी खास अंग में भी सुन्नता को कारण भी बन सकती है. ऐसे में रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों को पहचानकर इससे बचाव के तरीके अपनाने चाहिए.
अर्थराइटिस में कैसे कम करें यूरिक एसिड | How To Reduce Uric Acid In Arthritis
गठिया का सबसे बड़ा कारण शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना है, ऐसे में यूरिक एसिड लेवल को घटाने के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं. अर्थराइटिस में यूरिक एसिड को कम करने के घरेलू उपायों को यहा जानें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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