
Scrolling Reels Side Effects: आज के समय में बच्चे से लेकर बड़े तक मोबाइल का इस्तेमाल खूब करते हैं. सबसे ज्यादा हमारा समय रील देखने में निकल जाता है क्योंकि ये काफी इंटरेस्टिंग होते हैं. वहीं एक रील देखने के बाद, एक के बाद एक रील देखने का मन करता है और पता ही नहीं चलता है, कि घंटों कब बीत जाते हैं. लोग दिन भर अपने फोन को स्क्रॉल करते हैं. आज के समय में लोग इतना ज्यादा वीडियो देखते हैं कि उन्हें इसकी लत लग चुकी है. आज कोई भी शख्स बिना फोन के नहीं रह सकता है और एक चीज पर फोकस नहीं कर सकता है, उसका ध्यान बार- बार फोन की तरफ जाता है. अगर आप भी घंटों चलाते हैं फोन तो चलिए जानते हैं कैसे ये दिमाग पर डालता है असर.
ब्रेन रिसर्चर ने बताया, कि जब भी हम सोशल मीडिया ऐप्स पर इन वीडियो को देखते हैं, तो थोड़ी देर तक तो मजा आता है, लेकिन इसके बाद हम तुरंत अगली वीडियो पर चले जाते हैं और पहले वाली वीडियो को अच्छे से एंजॉय नहीं कर पाते हैं. जैसे किसी फिल्म को एंजॉय करते हैं.

रील्स देखने के नुकसान- (Reel Dekhne Ke Nuksan)
रिसर्च के अनुसार, जितने ज्यादा लोग शॉर्ट वीडियो या रील्स देखते हैं, उतना ही उन्हें किसी चीज पर फोकस करने में परेशानी होती है. ऐसे लोगों को नींद ढंग से नहीं आती है. वे अनिद्रा यानी इनसोम्निया (Insomnia) से जूझते हैं. आपको बता दें कि लगातार नींद की कमी से याददाश्त की समस्या, कम ऊर्जा और यहां तक कि टेंशन भी होती है. रील्स देखने की लत को "ब्रेन रोट" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि दिमाग का सड़ना. जरूरत से ज्यादा रील्स देखने की लत से शारीरिक गतिविधि में कमी, वजन बढ़ना आदि समस्याएं हो सकती है.
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