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शादी क्यों नहीं करनी चाहिए, शादी करने के नुकसान जानकर पकड़ लेंगे सिर! शादी कब करनी चाहिए और कब नहीं

Why you shouldn't get married: यह लेख आपको बताएगा कि शादी क्यों करनी चाहिए और किन कारणों से आपको सख्त बचना चाहिए-

शादी क्यों नहीं करनी चाहिए, शादी करने के नुकसान जानकर पकड़ लेंगे सिर! शादी कब करनी चाहिए और कब नहीं

Shadi Karne ke Fayde or Nuksan | Shadi Kab Karni Chahiye: शादी! यह शब्द सुनते ही मन में ढेरों सपने, ज़िम्मेदारियाँ और थोड़ी सी घबराहट आ जाती है. हमारे देश में शादी को सिर्फ दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज़्यादातर लोग गलत कारणों (Terrible Reasons) से शादी कर लेते हैं, और फिर पूरी ज़िंदगी पछताते हैं?

Top reasons not to get married : शादी ज़िंदगी का सबसे बड़ा फैसला है. इसे लेने से पहले रुकिए, सोचिए, और खुद से पूछिए: मैं शादी क्यों कर रहा/रही हूँ? आपका जवाब ही बताएगा कि आपकी शादीशुदा ज़िंदगी सफल होगी या सिर्फ एक समझौता बनकर रह जाएगी.याद रखें, शादी किसी समस्या का हल नहीं है, बल्कि यह एक नई शुरुआत है. अगर आप 'गलत कारणों' से शादी करते हैं, तो आपकी समस्याएँ दोगुनी हो जाएंगी. अगर आप 'सही कारणों' से शादी करते हैं, तो आपको एक ऐसा पार्टनर मिलेगा जो आपके हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा होगा.

यह लेख आपको बताएगा कि शादी क्यों करनी चाहिए और किन कारणों से आपको सख्त बचना चाहिए- 

क्या जीवन में शादी करना जरूरी है, शादी क्यों नहीं करनी चाहिए | Reasons to Get Married, and 5 Reasons Not To

शादी करने के 4 सबसे ख़राब कारण (Why shouldn't we get married?)

Reasons not to get married : ये वो चार वजहें हैं, जिनके चलते की गई शादी अक्सर टूट जाती है या सिर्फ दिखावा बनकर रह जाती है:

1. परिवार और समाज का दबाव (Family Pressure)

यह भारत में शादी का सबसे आम और सबसे ख़राब कारण है. 'अब तुम्हारी उम्र हो गई है', 'लोग क्या कहेंगे', 'रिश्तेदार ताना मारेंगे' – इन बातों से तंग आकर कई लोग बिना मन के या बिना किसी सही इमोशनल कनेक्शन के शादी कर लेते हैं. आप अपने परिवार को खुश करने के लिए शादी करते हैं, लेकिन असल में, आप अपनी और अपने पार्टनर की ज़िंदगी दुख में डाल देते हैं. शादी एक रिश्ते का नाम है, समाज सेवा का नहीं.

2. सिर्फ पैसों या सिक्योरिटी के लिए (Financial Security)

कई लोग सोचते हैं कि शादी करने से उनकी आर्थिक समस्याएँ हल हो जाएंगी या उनकी ज़िंदगी सुरक्षित हो जाएगी. खासकर, कुछ महिलाएं आर्थिक सुरक्षा के लिए, और कुछ पुरुष सोचते हैं कि उन्हें घर संभालने वाला मिल जाएगा. अगर आपका रिश्ता सिर्फ पैसों या सहूलियत पर टिका है, तो यह जल्द ही ख़त्म हो जाएगा. प्यार और सम्मान के बिना पैसे कभी भी रिश्ते को मज़बूत नहीं बना सकते.

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3. अकेलापन दूर करने के लिए (Escaping Solitude)

यह सोचना कि शादी करने से आपका अकेलापन (Loneliness) हमेशा के लिए दूर हो जाएगा, एक बड़ी ग़लतफ़हमी है. शादी कोई जादू की छड़ी नहीं है. अगर आप खुद में खुश नहीं हैं, तो कोई दूसरा आपको खुश नहीं कर सकता. अगर आप इसलिए शादी कर रहे हैं कि आपका अकेलापन कट जाए, तो यह आप अपने पार्टनर पर एक अनावश्यक बोझ डाल रहे हैं. शादी तभी करें जब आप अपनी कंपनी में खुश हों और किसी की कंपनी को एन्जॉय करना चाहते हों, न कि अपनी कमी पूरी करना चाहते हों.

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4. किसी को बदलने की उम्मीद (Setting an Ultimatum)

'शादी के बाद सब ठीक हो जाएगा', 'शादी के बाद वह पीना छोड़ देगा', 'शादी के बाद वह मेरे हिसाब से बदल जाएगी' – यह सोच रिश्ते की कब्र खोदती है. आपको किसी से तब शादी करनी चाहिए जब आप उसे उसी रूप में स्वीकार करते हैं जैसा वह है. शादी किसी इंसान को बदलने का प्रोजेक्ट नहीं है. जब आपका पार्टनर नहीं बदलता, तो रिश्ते में सिर्फ निराशा बचती है.

याद रखें: ये चारों कारण सिर्फ बाहर के दबाव या आपकी अंदर की कमी को दर्शाते हैं. ये शादी की नींव नहीं बन सकते.

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शादी क्यों करनी चाहिए (Reasons to Get Married)

अगर आपका जवाब इनमें से किसी एक से भी मेल खाता है, तो आप सही रास्ते पर हैं. ये वो वजहें हैं जो एक रिश्ते को सालों तक मज़बूती से जोड़े रखती हैं:

1. गहरा भावनात्मक जुड़ाव और सच्चा प्यार (Deep Emotional Connection)

यह सबसे ज़रूरी और पहला कारण है. आप सिर्फ इसलिए शादी करें क्योंकि आप अपने पार्टनर से सच्चा प्यार (True Love) करते हैं. इसका मतलब है कि आप उनकी कंपनी एन्जॉय करते हैं, उनके साथ अपनी फीलिंग्स शेयर कर सकते हैं, और उनके बिना अपनी ज़िंदगी की कल्पना नहीं कर सकते. एक भावनात्मक जुड़ाव ही आपको मुश्किल समय में एक साथ खड़ा रखता है.

2. जीवन की एक समान दृष्टि और साझेदारी (Shared Vision & Partnership)

क्या आप दोनों भविष्य को एक ही नज़र से देखते हैं? क्या आपके जीवन के लक्ष्य (Life Goals), मूल्य (Values), और प्राथमिकताएं (Priorities) एक जैसी हैं? शादी एक टीम वर्क है. आप दोनों को यह महसूस होना चाहिए कि आप ज़िंदगी के सफर में एक-दूसरे के सबसे अच्छे पार्टनर (Best Partner) हैं. आप दोनों मिलकर अपनी दुनिया बनाना चाहते हैं, न कि सिर्फ एक-दूसरे की दुनिया का हिस्सा बनना.

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3. एक-दूसरे को बेहतर बनाने का आधार (Growth and Support System)

एक अच्छी शादी वो है जहाँ आपका पार्टनर आपको बेहतर इंसान (Better Human Being) बनने के लिए प्रेरित करता है. क्या आपका पार्टनर आपकी ग्रोथ को सपोर्ट करता है? क्या आप दोनों एक-दूसरे की कमियों को स्वीकार करते हुए, उन्हें दूर करने में मदद करते हैं? अगर आपका रिश्ता आपको सुरक्षित महसूस कराता है और आपको अपने सपने पूरे करने का हौसला देता है, तो यह शादी करने का एक मज़बूत कारण है.

4. आपसी सम्मान और अटूट विश्वास (Mutual Respect and Trust)

प्यार शायद समय के साथ थोड़ा बदल जाए, लेकिन सम्मान (Respect) और विश्वास (Trust) रिश्ते की रीढ़ की हड्डी होते हैं. आप अपने पार्टनर की राय को कितना महत्व देते हैं? क्या आप आँख बंद करके उन पर भरोसा कर सकते हैं? जहाँ सम्मान नहीं होता, वहाँ प्यार भी ज्यादा दिन टिक नहीं पाता. शादी तभी करें जब आपको लगे कि आप दोनों एक-दूसरे की सीमाओं का सम्मान करते हैं और आपका रिश्ता पूरी तरह से पारदर्शी (Transparent) है.

शादी का फैसला लेने से पहले, इन 8 कारणों को तौल लें. अपने दिल और दिमाग, दोनों की सुनें. एक मज़बूत और सफल शादी ज़िंदगी को स्वर्ग बना सकती है.

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शादी कब करनी चाहिए और कब नहीं: सही समय क्या है? (Shadi Kab Karni Chahiye) 

शादी को हमेशा 'सही उम्र' से जोड़ा जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि शादी के लिए 'सही उम्र' नहीं, बल्कि 'सही तैयारी' ज़रूरी है. शादी कब करनी चाहिए और कब नहीं, यह समझने के लिए इन पहलुओं पर विचार करें:

शादी के लिए 'सही' उम्र नहीं, 'सही' तैयारी ज़रूरी है

आर्थिक स्थिरता (Financial Stability): जब आप दोनों की आय इतनी हो कि आप बिना किसी तनाव के घर चला सकें और बचत कर सकें. केवल सैलरी ही नहीं, बल्कि एक अच्छी बचत होना भी जरूरी है.
भावनात्मक परिपक्वता (Emotional Maturity): जब आप दोनों ज़िम्मेदारी लेने, आलोचना सुनने, और हर समस्या को शांति से बैठकर हल करने के लिए तैयार हों.
स्पष्ट लक्ष्य (Clear Goals): जब आप दोनों को पता हो कि अगले 5-10 सालों में आपके करियर, परिवार और जीवन के लक्ष्य क्या हैं, और वे एक-दूसरे से मेल खाते हों.
बेहतर स्वास्थ्य: जब आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हों और रिश्ते की नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हों.

कब न करें शादी? (Signs to avoid Marriage)

  • जब आप किसी एक कमी को छुपाने के लिए भागकर शादी कर रहे हों.
  • जब आप आर्थिक रूप से पूरी तरह पार्टनर पर निर्भर हों.
  • जब आप मानसिक रूप से तैयार न हों और केवल सामाजिक दबाव में शादी कर रहे हों.
  • जब आप पार्टनर को बदलने की उम्मीद रखते हों.

अकेले रहना या साथ रहना: फैसला आपका है!

विवाह एक खूबसूरत संस्था हो सकती है, लेकिन यह कोई जादू की छड़ी नहीं है जो रातोंरात आपकी समस्याओं को खत्म कर देगी. शादी करने के नुकसान और शादी क्यों नहीं करनी चाहिए जैसे पहलुओं पर विचार करना, आपको एक स्वस्थ और सच्चा फैसला लेने में मदद करता है.

याद रखें, आपकी ख़ुशी और आपका मानसिक स्वास्थ्य सर्वोपरि है. अकेले रहना (Singlehood) कोई अभिशाप नहीं है, बल्कि यह व्यक्तिगत विकास (Personal Growth) और स्वतंत्रता का मार्ग हो सकता है. किसी भी रिश्ते में तभी बंधें, जब आपको लगे कि यह आपके जीवन में खुशियाँ और मूल्य (Value) जोड़ रहा है, न कि उसे छीन रहा है. यह फैसला आपका है और इसे पूरी जागरूकता के साथ लें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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