Snoring: बहुत से लोगों को सोते समय खर्राटे (Snoring) लेने की आदत होती है. सोते समय ठीक से सांस नहीं ले पाने के कारण नाक और मुंह से आने वाली आवाज को खर्राटा कहा जाता है. इसके कारणों में एलर्जी, साइनस और मोटापा (overweight) शामिल हैं. आम तौर पर इन्हें गंभीर समस्या नहीं माना जाता है लेकिन कुछ लोगों के लिए यह काफी गंभीर समस्या हो सकती है. अधिकतर ओवरवेट लोगों को खर्राटे लेने (overweight and snoring) की समस्या होती है. आइए डॉ प्रखर गुप्ता(ओबेसिटी, हर्निया, गैस्ट्रो और लेप्रोस्कोपिक विशेषज्ञ, नई दिल्ली) से जानते हैं कि किन लोगों के लिए खर्राटा खतरनाक साबित हो सकता है और इसका उपचार कैसे किया जा सकता है.
मजाक नहीं हैं जानलेवा हो सकते हैं खर्राटे, डॉक्टर ने बताया कितने खतरनाक हैं और खर्राटे कैसे रोकें, क्या है इलाज | Is My Snoring Dangerous or Just Annoying?
किनके लिए खर्राटे हैं खतरनाक (For whom is snoring dangerous?)
आम तौर पर खर्राटे का कारण मोटापा, एलर्जी और साइनस की समस्या होती है. जिन लोगों का वजन ज्यादा है और उन्हें सोते समय खर्राटे आते हैं तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. ज्यादा वजन वालों के लिए खर्राटे की समस्या खतरनाक साबित हो सकती है.
मोटे लोग क्यों लेते हैं खर्राटा (Why do obese people snore?)
ओवरवेट लोगों की गर्दन काफी मोटी हो जाती है जिसके कारण अपर रेस्परेटरी सिस्टम की नली जिससे ऑक्सजीन फेफड़ों में पहुंचता है, संकरी हो जाती है. मोटे लोग जब लेटते हैं तो गले के मसल्स और जीभ के पीछे की ओर खिसक जाने से यह नली और ज्यादा संकरी हो जाती है जिसके कारण ऑक्सीजन सप्लाई में कमी आने लगती है.
क्या है खतरा
अपर रेस्परेटरी सिस्टम की नली के संकरी हो जाने के कारण ऑक्सीजन सप्लाई में कमी से फेफड़ों और ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और इन अंगों पर दबाव बढ़ने लगता है, जिसके कारण हार्ट फेलियर, लंग्स फेल और ब्रेन डेड होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है.
इसे भी पढ़ें : रोज सुबह खाली पेट इस तरह पिएं किशमिश का पानी, निखर जाएगी चेहरे की रंगत, गालों पर आएगा नेचुरल ब्लशर, जान लें इसके फायदे और नुकसान
खर्राटों का इलाज (How to Stop Snoring: Snoring Treatment)
ओवरवेट लोगों में खर्राटे के उपचार के लिए वजन कम करना जरूरी है. इसके लिए मेडिसीन, लाइफ स्टाइल में बदलाव या सर्जरी के उपाय हैं. डॉक्टर कितना मोटापा है इसके आधार पर उपचार की सलाह देते हैं. मोटापा से ग्रस्त लोग खर्राटे से राहत से लिए सी पैप (CPAP) मशीन का उपयोग कर सकते हैं. इस मशीन का यूज करने से सोते समय बॉडी में ऑक्सीजन की कमी नहीं होती है.
(डॉ प्रखर गुप्ता, ओबेसिटी, हर्निया, गैस्ट्रो और लेप्रोस्कोपिक विशेषज्ञ, नई दिल्ली)
Brain Stroke: Risk Factors, Signs, Prevention | लकवा/स्ट्रोक: किसे है खतरा, लक्षण और बचाव के उपाय, Watch Video-
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं