Intermittent Fasting: इंटरमिटेंट फास्टिंग से कम हो सकता डायबिटीज.
Intermittent Fasting And Diabetes: आज के समय में हर कोई फिट और स्लिम दिखना चाहता है. जिसके लिए लोग क्या कुछ नहीं कर रहे हैं. ज्यादातर लोग वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, एक स्टडी में सामने आया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से लोगों का वजन कंट्रोल होने के साथ ही टाइप-2 डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि ये बात सामने आई हो कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर में इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम हो जाता है और वजन घटाने में भी काफी सहायता मिल सकती है.
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के जरिये टाइप 2 डायबिटीज में मिल सकती है राहत-
पिछले दिनों क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी और मेटाबॉलिज्म के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी से पता चला है तीन महीने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग से 44 फीसदी से ज्यादा लोगों ने टाइप -2 डायबिटीज से राहत पाई. स्टडी में 38 वर्ष से लेकर 72 वर्ष तक की उम्र के लोगों को शामिल किया गया था. स्टडी में शामिल लोग पिछले 1 से लेकर 11 वर्ष पहले से टाइप-2 डायबिटीज की चपेट में थे. साथ ही सभी बॉडी मास इंडेक्स के 19. 1 से लेकर 30.4 था. जबकि 18.5-24.9 का बीएमआई स्कोर सही माना जाता है. दरअसल 25 व 30 के बीच बीएमआई अधिक वजन वाला होता है. जबकि 30 से ज्यादा अधिक मोटापे से ग्रस्त लोगों का होता है.
Shilpa Shetty ने गाना गाते हुए शेयर किया वर्कआउट वीडियो, Rowing Machine एक्सरसाइज करने के बताए फायदे
इंटरमिटेंट फास्टिंग से 44 फीसदी से ज्यादा लोगों ने टाइप -2 डायबिटीज से राहत पाई. Photo Credit: iStock
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स- What Do Experts Say:
स्टडी में शामिल लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया था. एक ग्रुप को इंटरमिटेंट फास्टिंग वाली डाइट पर रखा गया था. वहीं, दूसरे ग्रुप के लोगों को खाने-पीने की पूरी छूट प्रदान की गई थी. स्टडी के 3 महीने बाद ही शोधकर्ताओं को नतीजे दिखने लगे. तीन महीने तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाले लोगों में से लगभग 50 प्रतिशत लोगों को डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाओं की आवश्यकता नहीं पड़ी. साथ ही उन लोगों का लगभग 5. 93 किलो वजन भी कम हुआ. एक्सपर्ट्स की मानें तो इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाले लोगों का वजन तेजी से कम हुआ है. साथ ही उनमें से कई लोगों में शुरुआती दौर में ही टाइप 2 डायबिटीज रिवर्स हो रही है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि वजन कम हो जाने से पैंक्रियाज में इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है जिससे ब्लड शुगर को कम करने में सहायता मिल सकती है.
Skin Care Tips: सर्दियों में हाथ पैरों की ड्राईनेस को दूर कर नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करते हैं ये 6 फूड्स
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.