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Fever Treatment : बुखार होने पर क्या-क्या खाना चाहिए? जल्दी ठीक होने के लिए क्या बताते हैं हेल्थ और डाइट एक्सपर्ट

Fever Treatment: बुखार के दौरान शरीर कमजोर, सुस्त और मन चिड़चिड़ा हो जाता है. मरीजों को खाने का स्वाद नहीं मिलता और इसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है.

Fever Treatment : बुखार होने पर क्या-क्या खाना चाहिए? जल्दी ठीक होने के लिए क्या बताते हैं हेल्थ और डाइट एक्सपर्ट
बुखार के लिए घरेलू उपचार | बुखार में ताकत के लिए क्या खाएं? | Fever Treatment at home | Bukhar Me Kya Khana Chahiye

Fever Treatment: बुखार या फीवर सेहत की सबसे आम दिक्कतों में एक है. हर कोई कभी न कभी इसकी चपेट में आता ही है. डॉक्टर्स के मुताबिक, शरीर का तापमान अगर 98.6 फॉरेनहाइट से ज्यादा हो जाता है तो बुखार के इलाज की जरूरत होती है. बुखार (Fever) को ठीक करने के लिए डॉक्टर्स जरूरी दवाइयों के अलावा खानपान (Bukhar me kya khaye) को लेकर भी अहम सलाह देते हैं. क्योंकि बुखार (Bukhar) के दौरान शरीर में पानी की कमी होने लगती है और डाइजेशन बिगड़ने के कारण कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है. इसलिए कमजोरी से बचने (Sharir ki kamjori) और बुखार से जल्दी रिकवरी के लिए मरीजों की डाइट चार्ट का खास ध्यान रखना होता है.

बुखार के मरीजों को जल्दी ठीक होने के लिए क्या खाना चाहिए? (What should fever patients eat to get well soon?)

बुखार के दौरान शरीर कमजोर, सुस्त और मन चिड़चिड़ा हो जाता है. मरीजों को खाने का स्वाद नहीं मिलता और इसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. इसके अलावा, दवाइयों के सही रिस्पॉन्स के लिए भी शरीर में ताकत की जरूरत बताते हुए डॉक्टर बुखार के दौरान पावरफुल डाइट लेने की सलाह देते हैं. आइए, जानते हैं कि हेल्थ और डाइट एक्सपर्ट बुखार के मरीजों को जल्दी ठीक होने के लिए क्या-क्या खाने की सिफारिश करते हैं और इसके पीछे क्या खास वजह होती है.

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बुखार होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखना जरूरी (It is important to maintain immunity when you have fever)

मौसम में बदलाव, ज्यादा थकान, संक्रमण या दूसरी किसी भी वजह से बुखार की चपेट में आने के बाद मरीज स्वाद में कड़वापन महसूस करता है. खानपान की कमी से कमज़ोरी के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है. इससे बचने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर, पचने और खाने में आसान चीजों को प्राथमिकता दी जाती है. साथ ही मरीजों को पर्याप्त मात्रा में पानी और दूसरे जरूरी लिक्विड को पीकर हाइड्रेट बने रहने की सलाह दी जाती है.

बुखार होने पर खाएं खिचड़ी और दलिया : बुखार होने पर मरीजों को सबसे ज्यादा खिचड़ी या दलिया खाने के लिए कहा जाता है. क्योंकि खिचड़ी और दलिया को संपूर्ण आहार और बीमारियों के दौरान दिया जाने वाला पथ्य कहा जाता सकता है. इसमें मौजूद चावल से कार्बोहाइड्रेट और दाल से प्रोटीन मिलता है. साथ ही हल्दी से एंटी ऑक्सीडेंट की कमी भी पूरी होती है. वहीं, शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी भी मिल जाता है. मरीजों के टेस्ट के लिए कई बार खिचड़ी या दलिया में मौसमी सब्जी के साथ ही धनिया के पत्ते और नींबू का रस मिलाने की छूट दी जाती है.

बुखार होने पर खाएं चिकन या हरी सब्जियों का सूप : बुखार होने के बाद जल्दी ताकत  पाने, हाइड्रेट रहने और पाचन ठीक करने के लिए हेल्थ और डाइट एक्सपर्ट नॉनवेज खाने वाले मरीजों को चिकन का सूप और शाकाहारी मरीजों को हरी पत्तेदार सब्जियों का सूप पीने के लिए कहते हैं.स्वाद के लिए इसमें हल्के मसाले मिला सकते हैं. डॉक्टर के मुताबिक,  अच्छी-खासी मात्रा में डाइट्री फाइबर और पौष्टिक तत्वों से भरपूर सब्जियों के सूप पीने से शरीर से टॉक्सिन भी आसानी से बाहर निकल जाता है. वहीं, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मिनरिल्स, विटामिन और सोडियम से भरपूर चिकन सूप शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बनाकर पानी की कमी दूर करने के साथ ही टेंपरेचर को कम करने में भी मदद करता है.

बुखार होने पर खाएं खाना चाहि फल, जूस और नारियल पानी : बुखार में फलों से परहेज के मिथक के उलट हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि बुखार के दौरान इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. इसलिए ताजे फलों खासकर, केले, संतरे, तरबूज, अनानास, कीवी को खाने या उसके जूस को पीने से शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट मिलता है. इससे इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होती है. वहीं, पौष्टिक और हल्का होने के अलावा, फ्रूट जूस या नारियल पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बढ़ाता है और हाइट्रेड बनाए रखने में मदद करता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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