विज्ञापन
Story ProgressBack

जंक फूड ज्यादा खाने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर, बिहेवियर में आ जाता है बदलाव : विशेषज्ञ

Harmful Effects Of Junk Food: अध्ययनों से पता चला है कि फास्ट फूड और शुगरी ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन करने से व्यवहार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इनमें हाइपरएक्टिविटी, अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर (एडीडी) और अवसाद भी शामिल है.

जंक फूड ज्यादा खाने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर, बिहेवियर में आ जाता है बदलाव : विशेषज्ञ
जंक फूड या फास्ट फूड आजकल बच्चों के खान-पान का एक आम हिस्सा बन गया है.

How Fast Food Affects Children's Health: डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि चीनी, नमक और अनहेल्दी फैट से भरपूर जंक फूड छोटे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं.  गौरतलब है कि जंक फूड या फास्ट फूड आजकल बच्चों के खान-पान का एक आम हिस्सा बन गया है. इसमें पोषक तत्वों की कमी होती है. यह वजन बढ़ने और मोटापे का कारण भी माना जाता है. इसके सेवन से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और कैंसर का खतरा भी रहता है.

इसके अलावा जंक फूड बच्चों के व्यवहार और मूड पर भी असर डाल सकता है. अध्ययनों से पता चला है कि फास्ट फूड और मीठे पेय पदार्थों से भरपूर डाइट से व्यवहार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इनमें हाइपरएक्टिविटी, अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर (एडीडी) और अवसाद भी शामिल है.

यह भी पढ़ें: 2030 तक भारत का हर तीसरा बच्चा होगा मायोपिया का शिकार, नजर हो जाएगी कमजोर, चश्मे के बिना नहीं चलेगा काम : विशेषज्ञ

जंक फूड का खतरनाक प्रभाव:

मेंटल हेल्थ और बिहेवियर साइंस, मैक्स हॉस्पिटल, वैशाली के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अमिताभ साहा ने बताया, "जंक फूड बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है. इसका बहुत ज्यादा सेवन, पोषक तत्वों की कमी और असंतुलन का कारण बन सकता है."

उन्होंने कहा, "यह एकाग्रता, कॉग्नेटिव फंक्शन और मनोदशा को प्रभावित कर सकता है. अंततः बच्चे का समग्र मानसिक स्वास्थ प्रभावित हो सकता है."

चिंता और अवसाद का खतरा:

बीएमजे में प्रकाशित एक अध्ययन में, ज्यादा मात्रा में तैयार भोजन, शुगरी सीरियल्स और फिजी ड्रिंक्स के सेवन से चिंता और अवसाद का खतरा बताया गया है.

यह भी पढ़ें: बच्चों को सिखाएं ये 4 खास बातें, बरकरार रहेंगे परिवार के संस्कार | बच्चों को अच्छे संस्कार कैसे सिखाएं?

सर गंगा राम अस्पताल के कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन, डॉ. ऋषिकेश देसाई ने कहा, "कैफीन युक्त फास्ट फूड और कार्बोनेटेड शीतल पेय में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है. इससे शरीर में क्षण भर के लिए शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और फिर तेजी से शुगर का लेवल कम हो जाता है, इससे बच्चों में चिड़चिड़ापन और मूड में बदलाव होता है."

विशेषज्ञों ने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उन्हें पूरी तरह से बैलेंस डाइट खिलाने का आह्वान किया. इसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि शामिल होना चाहिए. उन्होंने बच्चों को आउटडोर एक्टिविटीज में शामिल होने और खेल खेलने की भी सलाह दी.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
सुबह बाल धोने से पहले इस तरह लगाओ Aloevera, दुगनी तेजी से बढ़ेंगे बाल होंगे घने और सिल्की
जंक फूड ज्यादा खाने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर, बिहेवियर में आ जाता है बदलाव : विशेषज्ञ
बरसात के मौसम में नहीं टूटेगा एक भी बाल, जावेद हबीब ने शेयर किए Monsoon Hair Care tips
Next Article
बरसात के मौसम में नहीं टूटेगा एक भी बाल, जावेद हबीब ने शेयर किए Monsoon Hair Care tips
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;