Dengue: मानसून तो चला गया लेकिन डेंगू अपने पीछे छोड़ गया है. हाल ही में कई राज्यों में डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. उत्तरी राज्य जैसे दिल्ली, हरियाणा,और यूपी में डेंगू से मौते भी हुई हैं. डेंगू वैसे तो एक आम बुखार की तरह है अगर समय पर इलाज हो जाए तो यह ठीक है कि हो जाता है. लेकिन कई मामलों में कुछ बीमारियों के चलते डेंगू खतरनाक रूप ले लेता है. उन्हीं में से एक बीमारी है डायबिटीज. डायबिटीज के मरीजों के लिए कई बार डेंगू खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल डायबिटीज के मरीजों में डेंगू शॉक सिंड्रोम होने का खतरा बना रहता है. तो चलिए सबसे पहले जानते हैं डेंगू शॉक सिंड्रोम है क्या और इससे कैसे बचा जा सकता है.
डेंगू शॉक सिंड्रोम क्या है? | What is Dengue Shock Syndrome?
ये एक ऐसा सिंड्रोम है जिसमें मरीज को तेज बुखार आता है और नाक से खून आने लग जाता है. इस सिंड्रोम में शरीर की सेल्स को नुकसान पहुंचता है. इसे शुरूआत में कंट्रोल करना जरूरी है और अगर इसे समय से कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये शरीर में हैवी ब्लीडिंग और मौत का कारण भी बन सकता है.
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डेंगू शॉक सिंड्रोम के लक्षण | Symptoms Of Dengue Shock Syndrome
- पेट दर्द
- लगातार उल्टी
- सुस्ती या बेचैनी
- लिवर एंलार्जमेंट
- प्लेटलेट काउंट में कमी
- संक्रमण के 2 से 7 दिनों के बाद होगा शॉक सिंड्रोम, मरीजों को मुंह के आसपास नीलापन, खून का थूकना, दिल में सूजन, निमोनिया जैसे लक्षणों से प्रभावित देखा जा सकता है.
डेंगू शॉक सिंड्रोम से कैसे बचें? | How to avoid Dengue Shock Syndrome?
1. अपने ब्लड और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें. डाइबिटीज की समय समय से जांच करवाएं ताकि आपको ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़े.
2. अगर आपको बुखार आ रहा है तो इसे गंभीर तरीके से लें और डॉक्टर को दिखाएँ, क्योंकि आपकी थोड़ी सी भी लापरवाही आपके मौत का कारण बन सकती है.
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3. सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपना ब्लड टेस्ट करवाएं. अगर आपको लग रहा है कि आप में सिंड्रोम के लक्षण है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
4. घर में जलभराव न होने दें और साफ सफाई रखें. डेंगू के मच्छरों से बचें और साफ सफाई पर खास ध्यान दें.टब में भी पानी न जमा होने दें.
5. बच्चों को पूरी बांह वाले कपड़े पहनाएं ताकि वो डेंगू से बचे रहें. साथ ही घर के पेड़ पौधे पर भी गंदगी न जमा होने दें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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