Bad cholesterol Symptoms : आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बैड कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी समस्या आम हो चुकी है. यह एका ऐसी परेशानी है जिससे ज्यादातर लोग परेशान हैं. ऐसे में ज्यादातर लोग सवाल पूछते हैं कि आखिर इस बीमारी के लक्षण क्या हैं ताकि सही समय पर इनकी पहचान करके इसका इलाज किया जा सके. बता दें कि बैड कोलेस्ट्रोल एक 'साइलेंट किलर' (Silent Killer) है. यानी जब आपका बैड कोलेस्ट्रॉल थोड़ा-बहुत बढ़ता है, तो शरीर में कोई खास लक्षण महसूस नहीं होते. यह सबसे बड़ी समस्या है. कोलेस्ट्रॉल कोई सर्दी-खांसी नहीं है जिसका पता आपको तुरंत लग जाए. ऐसे में फिर क्या उपाय है इससे बचने का आइए आगे आर्टिकल में जानते हैं...
शुरुआती लक्षण क्यों नहीं दिखते
दरअसल, बुरा कोलेस्ट्रॉल चुपचाप अपना काम करता रहता है. जब यह बढ़ता है, तो यह आपकी नसों (धमनियों) की अंदरूनी दीवारों पर चर्बी के रूप में जमना शुरू हो जाता है, जिसे प्लाक कहते हैं. प्लाक धीरे-धीरे नसों को संकरा (Narrow) कर देता है. इससे दिल तक खून का बहाव मुश्किल हो जाता है, लेकिन यह प्रक्रिया इतनी धीमी होती है कि आपको पता भी नहीं चलता.
क्या हैं संकेतहालांकि, लक्षणों का न दिखना एक सच्चाई है, लेकिन जब नसों में रुकावट बहुत ज्यादा बढ़ जाती है या दिल को नुकसान होने लगता है, तो शरीर कुछ गंभीर संकेत देना शुरू कर सकता है. ये संकेत किसी बीमारी का लक्षण होते हैं, न कि सीधे कोलेस्ट्रॉल का.
सीने में दर्द (Angina)जब दिल की मांसपेशियों तक पर्याप्त खून नहीं पहुंच पाता, तो छाती में भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है.
जल्दी थक जानाबिना ज्यादा मेहनत किए ही थकान महसूस होना भी एक संकेत हो सकता है, क्योंकि शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती.
हाथ-पैर में सुन्नपन या दर्दगंभीर मामलों में, पैरों की नसों में भी रुकावट आ सकती है, जिससे चलने पर दर्द या अचानक सुन्नपन महसूस होता है.
आंखों के आसपास पीले धब्बेकुछ लोगों की आंखों की पलकों या आस-पास की त्वचा पर चर्बी के छोटे-छोटे पीले धब्बे दिख सकते हैं.
लक्षणों का इंतजार न करेंसबसे जरूरी बात यह है कि आपको लक्षणों का इंतजार नहीं करना चाहिए. क्योंकि जब लक्षण दिखते हैं, तब तक दिल को नुकसान पहुंच चुका होता है. बैड कोलेस्ट्रॉल का पता लगाने का सिर्फ एक ही अचूक तरीका है, 'ब्लड टेस्ट'.
क्या है बचाव का तरीका30 साल की उम्र के बाद हर व्यक्ति को साल में एक बार या डॉक्टर की सलाह पर लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जरूर कराना चाहिए. संतुलित आहार, फाइबर वाली चीजें खाना, तली-भुनी चीजों से परहेज करना और रोजोना कसरत करना ही इस 'साइलेंट किलर' से बचाव का सबसे पक्का तरीका है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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