पढ़ते हुए रोता है बच्‍चा? 3 आदतें जो उसके दिमाग को कर रही हैं सुस्‍त, आज ही करें तौबा, जानें पढ़ाई में दिमाग तेज कैसे करते हैं?

How to increase brain power of child: आज हम दिमाग को तेज करने वाले फूड की बात नहीं कर रहे, न ही दिमाग को शार्प करने के लिए आप कौन सी एक्‍सरसाइज कर सकते हैं इस बारे में बात कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं उन आदतों के बारे में जो दिमाग को सुस्‍त बना सकती हैं.

पढ़ते हुए रोता है बच्‍चा? 3 आदतें जो उसके दिमाग को कर रही हैं सुस्‍त, आज ही करें तौबा, जानें पढ़ाई में दिमाग तेज कैसे करते हैं?

Ways To Keep Your Mind Sharp: कुछ लोगों का दिमाग खतरनाक तेज होता है उनकी याददाश्‍त भी बेहतर होती है.

Dimag Tej Karne Ka Tarika: अगर आप इस बात से परेशान हैं कि आपका बच्‍चा जो भी पढ़ता है वह कुछ समय बाद भूल जाता है, तो यह लेख आपके लिए है. ऐसा अक्‍सर होता है कि पढ़ी हुई चीज को हम भूल जाते हैं. जब कुछ पढ़ या समझ रहे होते हैं, तो उस वक्‍त लगता है कि सब याद है.लेकिन कुछ समय बाद हम हर पाठ को भूल जाते हैं. ऐसे आम जिंदगी में तो चल सकता है. आप कुछ भूल जाएं तो रिमाइंडर सेट कर सकते हैं, लेकिन स्‍टूडेंट्स के लिए यह बेहद मुश्‍किल हो जाता है कि वह जो कुछ पढ़ रहे हैं उसे याद रख पाएं. पढ़ाई में दिमाग को तेज कैसे करें ये सवाल अक्‍सर आपके मन में आता होगा. हम सभी का दिमाग एक सा ही है. लेकिन फिर भी कुछ लोगों का दिमाग खतरनाक तेज होता है उनकी याददाश्‍त भी बेहतर होती है.

How to increase brain power of child: कई लोग ऐसे भी मिलते हैं जिन्‍हें कोई एक बात एक बार बता दी जाए तो वह कभी नहीं भूलते. आप भी अपने बच्‍चे की याददाश्‍त तेज करना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपका बच्‍चा पढ़ाई गई चीजों को याद रख सकते, तो उसके लिए आपको अपने बच्‍चे की कुछ आदतों पर नजर रखनी होगी. जी हां, आज हम दिमाग को तेज करने वाले फूड की बात नहीं कर रहे, न ही दिमाग को शार्प करने के लिए आप कौन सी एक्‍सरसाइज कर सकते हैं इस बारे में बात कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं उन आदतों के बारे में जो दिमाग को सुस्‍त बना सकती हैं.

तेज दिमाग के लिए आज ही छोड़ें ये आदतें, अपने दिमाग को तेज कैसे करें? | पढ़ाई में दिमाग तेज करना है, तो ध्‍यान दें कहीं दिमाग को सुस्‍त करने वाली ये आदतें तो नहीं 


1. कम नींद : द‍िमाग के लिए सबसे जरूरी है आपकी अच्‍छी गहरी नींद. नींद शरीर और दिमाग को आराम देने का काम करती है. जब आप गहरी नींद में सोते हैं, तो आपका दिमाग शरीर के मसल्‍स की मरम्‍मत करता है. इसलिए नियमित रूप से पर्याप्त और गहरी नींद लेना जरूरी है. बच्‍चे अगर देर तक फोन देखते हैं या आपके काम की वजह से वे देर तक जागते हैं और सुबह स्‍कूल के लिए जल्‍दी उठते हैं और दिन में भी झपकी नहीं लेते तो यह उनके दिमाग को स्‍लो कर सकता है. इसलिए बच्‍चो को पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है. बच्‍चे पढ़ाई में तेज हों इसके लिए जरूरी है कि वे अच्‍छी नींद लें.

2. कम पानी पीना : जी हां, पानी कम पीना आपके शरीर को कई तरह से प्रभावित कर सकता है. यह आपके दिमाग को भी सुस्‍त कर सकता है. शार्प दिमाग पाने के लिए आपको बच्‍चे को खूब पानी पिलाना होगा. आपको यह जानकार हैरानी हो सकती है कि हमारे दिमाग का 90 फीसदी हिस्सा पानी है. अगर आपका बच्‍चा कम पानी पीता है और एयर कंडीशनिंग में ज्‍यादा रहता है तो यह उसके दिमाग की कोशिकाओं को सिकोड़ सकता है. जिससे उसका दिमाग पढ़ाई या दूसरे कामों में उतना तेज न हो. जरूरी है कि आप अपने बच्‍चे को हाइड्रेट रखें.

3. खेल कूद न करना : अगर बच्‍चा किसी तरह के खेलकूद में शामिल नहीं है. वह पूरा दिन स्‍कूल में बैठकर पढ़ने के बाद घर में आकर भी बैठकर या तो टीवी देखता है या फोन, तो यह आदतें आपके बच्‍चे के दिमाग के शार्प होने में बाधा हो सकती हैं. बच्‍चा जितना निष्क्रिय होगा उतना ही वह अकेलेपन और उदासी से भरेगा, जो उसके दिमाग पर बुरा असर ड़ाल सकता है. एक शोध के अनुसार, फोन का बहुत ज्‍यादा इस्‍तेमाल चिंता और उदासी को बढ़ा सकता है.

बच्‍चे के दिमाग को तेज कैसे करें | How Can I Make My Child's Brain Sharp?

सबसे पहले तो आपको वह सभी आदतें सुधारनी हैं, जो दिमाग को सुस्‍त बना रही हैं. जैसे कम नींद, खेलकूद न करना और कम पानी पीना वगैरह. इसके अलावा बच्‍चों को दिमाग पढ़ाई में तेज करने के लिए आप उन्‍हें योगा करा सकते हैं. अच्‍छा आहार दे सकते हैं. दिमाग को तेज करने के लिए किस तरह का आहार लिया जा सकता है. यह जानने के लिए इस लेख को पढ़ें : Foods For Sharp Memory: पिछला पढ़ा हुआ भूल जाता है बच्‍चा, तो उसे रेगुलर खिलाएं ये 6 चीजें, एक बार पढ़ी हुई चीज भी कभी नहीं भूलेंगे



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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)