आलिया भट्ट का अपने पिता महेश भट्ट के साथ एक अनोखा रिश्ता है. जहाँ दूसरे पिता अपनी बेटियों को असफलता से बचाना चाहते हैं, वहीं महेश चाहते थे कि आलिया असफलता का सामना करे ताकि वह इसे बुरी तरह से न देखे. इतना ही नहीं, जब करण जौहर की स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर के लिए पहली बार आलिया को शूट के लिए जाना था तो उसके एक दिन पहले आलिया को पैनिक अटैक आया था. जिस पर महेश भट्ट ने उनको लोगों के सामने खड़ा कर के अपनी फीलिंग्स शेयर करने को कहा था. एक इंटरव्यू में जब आलिया से उसके पैनिक अटैक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ये, "सबसे अजीब" एक्सपीरियंस था. जब आलिया ने अपने पिता को "रोते और काँपते हुए" बुलाया, तो उन्होंने उसे ऑफिस में आने के लिए कहा. आलिया को लगा कि वो उनको गले लगाएंगे. लेकिन जब वो कमरे में गई तो उन्होंने आलिया को सबके सामने खड़ा कर दिया और बोला कि अब बताओ तुम कैसा फील कर रही हो.
महेश के इस बिहेवियर पर आलिया का पहला रिएक्शन था,यह बहुत बुरा है. आप ऐसा क्यों कर रहे? हालांकि आलिया भट्ट ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कामयाबी की सीढ़िया चढ़ती हई. लेकिन क्या आपको पता है कि ये पैनिक अटैक क्यों आता है और इसके आने पर लोग कैसा महसूस करते हैं. आज के समय में कई लोग हैं जो इस परेशानी की सामना करते हैं. अक्सर लोगों को लगता है कि ये कोई बड़ी बात नही है लेकिन असल में ये एक बड़ी गंभीर समस्या है. आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ.
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पैनिक अटैक क्यों आता है?
पैनिक अटैक अचानक से होता है और ये एक तीव्र भय या टेंशन आने की कंडीशन होती है. इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है. पैनिक अटैक आने पर लोगों को सांस लेने में परेशानी उलझन और हार्ट अटैक जैसा महसूस हो सकता है. इसके अलावा पसीना आना और चक्कर आना शामिल हो सकते हैं. पैनिक अटैक के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
1. तनाव और चिंता (Stress and Anxiety)
लगातार स्ट्रेस, चिंता और मेंटल प्रेशर के कारण पैनिक अटैक हो सकता है. जब व्यक्ति लंबे समय तक स्ट्रेस मे रहता है, तो शरीर में स्ट्रेस के हार्मोन (जैसे कि कोर्टिसोल) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पैनिक अटैक की संभावना बढ़ जाती है.
2. जेनेटिक कारण (Genetic Factors)
पैनिक अटैक या पैनिक डिसऑर्डर के पीछे जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं. अगर फैमिली में किसी सदस्य को पैनिक अटैक या मेंटली समस्या हैं, तो दूसरे सदस्यों में भी इसकी संभावना बढ़ जाती है.
3. ब्रेन फंक्शन इमबैलेंस (Imbalance in Brain Functioning)
ब्रेन में न्यूरोट्रांसमिटर्स (जैसे कि सेरोटोनिन और नॉरएपिनेफ्रिन) का इमबैलेंस पैनिक अटैक का कारण बन सकता है.
4. फोबिया (Phobias)
कुछ कंडीशन में ज्यादा जर भी पैनिक अटैक का कारण बन सकता है. उदाहरण के लिए, भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने, ऊंचाई पर होने, या किसी विशेष जानवर के पास जाने से पैनिक अटैक हो सकता है.
इसके अलावा मेंटली हेल्थ डिसऑर्डर्स, फिजिकल हेल्थ प्रॉब्लम, नशा करना, सपोर्ट सिस्टम की कमी और नींद की कमी भी इसकी वजह बन सकती है.
पैनिक अटैक के लक्षण (Panic Attack Symptoms)
पैनिक अटैक के लक्षण अचानक शुरू होते हैं और कुछ मिनटों से लेकर आधे घंटे तक रह सकते हैं.
दिल की धड़कन तेज हो जाना या अनियमित धड़कन
सांस लेने में कठिनाई या घुटन जैसा महसूस होना
चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस होना
हाथ-पैरों में झुनझुनी होना
बहुत ज्यादा पसीना आना
कंपकंपी या ठंड लगना
मौत का डर या कोई अनहोनी होने का डर
पैनिक अटैक से निपटने के उपाय (Ways to deal with panic attacks)
शांत रहने की कोशिश करें.
ध्यान लगाएं
मेडिटेशन और योग
सपोर्ट ग्रुप
व्यवस्थित जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लेने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है.
अगर पैनिक अटैक बार-बार हो रहे हों, तो चिकित्सकीय सलाह लेना जरूरी है, ताकि इसके पीछे के कारण जानकर सही इलाज किया जा सके.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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