Amla Juice vs Amla Achaar vs Amla Candy: भारतीय किचन में आंवला किसी 'पावरहाउस' से कम नहीं माना जाता. विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर आंवला (Amla Banefits) हमारी इम्यूनिटी और पाचन के लिए वरदान है. हम इसे कभी जूस के रूप में पीते हैं, कभी चटपटे अचार के मजे लेते हैं, तो कभी मीठी कैंडी (Amla Candy) खाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन तीनों में से शरीर को सबसे ज्यादा फायदा किससे मिलता है? बात सिर्फ स्वाद की नहीं है, बल्कि यह है कि आपका शरीर किसे बेहतर तरीके से सोख (Absorb) पाता है. आइए जानते हैं क्या कहता है इनका न्यूट्रिशन लेवल.
आंवला जूस, आंवला अचार या आंवला कैंडी कौन सा बेहतर है? | Amla Juice vs Amla Achaar vs Amla Candy
असल न्यूट्रिशन वह नहीं है जो पैकेट पर लिखा होता है, बल्कि वह है जिसे हमारा शरीर इस्तेमाल कर सके. प्रोसेसिंग, गर्मी, नमक और चीनी- ये सब चीजें आंवले के गुणों को या तो बचाती हैं या चुपके से कम कर देती हैं.
1. आंवला जूस: ताजा आंवला जूस कच्चे फल के सबसे करीब होता है. इसमें विटामिन-सी और आयरन सोखने वाले गुण भरपूर होते हैं. यह शरीर में बहुत जल्दी घुल जाता है. सुबह खाली पेट इसे पीने से लिवर और पाचन दुरुस्त रहता है.
आंवला जूस पीने के संभावित नुकसान: विटामिन-सी गर्मी और हवा के संपर्क में आने से कम होने लगता है. डिब्बाबंद जूस (Packaged) में ताजे जूस जैसी ताकत नहीं होती. साथ ही, इसमें फाइबर नहीं होता, जिससे ब्लड शुगर जल्दी बढ़ सकता है.
किसे लेना चाहिए आंवला जूस : जिन्हें इम्यूनिटी बढ़ानी हो या शरीर में खून (आयरन) की कमी पूरी करनी हो.
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2. आंवला अचार: अचार को अक्सर अनहेल्दी समझा जाता है, लेकिन आंवले का अचार पोषण के मामले में सम्मान का हकदार है. इसे तेल, नमक और मसालों में रखा जाता है, जो इसके एंटीऑक्सीडेंट्स को शरीर में सोखने में मदद करते हैं. तेल की मौजूदगी कुछ खास पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से शरीर में पहुंचाती है. राई, मेथी और हींग जैसे मसाले पाचन में सुधार करते हैं. खाने के साथ थोड़ा सा अचार भूख और डाइजेस्टिव एंजाइम्स को बढ़ाता है.
आंवला अचार के संभावित नुकसान: अचार बनाने और रखने के दौरान विटामिन-सी कम हो जाता है. इसमें नमक ज्यादा होता है, इसलिए हाई बीपी वालों को इसे संभलकर खाना चाहिए.
किसे लेना चाहिए आंवला अचार: पाचन सुधारने और गट हेल्थ (पेट की सेहत) को लंबे समय तक बेहतर रखने के लिए.

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3. आंवला कैंडी: कैंडी बच्चों और उन लोगों को पसंद आती है जिन्हें आंवले का खट्टापन नहीं भाता. लेकिन पोषण के नजरिए से यह सबसे कमजोर रूप है. इसमें कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स बचे रहते हैं और यह खाने के बाद पाचन को थोड़ा सहारा दे सकती है.
आंवला कैंडी के नुकसान: इसमें चीनी बहुत ज्यादा होती है, जो आंवले के नेचुरल गुणों को कम कर देती है. सुखाने और पकाने की प्रक्रिया में विटामिन-सी काफी हद तक खत्म हो जाता है. यह सेहतमंद फल से ज्यादा एक 'मीठी ट्रीट' बन जाती है.
किसे लेना चाहिए आंवला कैंडी: कभी-कभार स्वाद बदलने के लिए या अनहेल्दी मिठाई की जगह.
सबसे बेहतर कौन?
- सबसे तेज असर: आंवला जूस.
- पाचन के लिए बेस्ट: आंवला अचार.
- सबसे कम पोषण: आंवला कैंडी.
अगर आप तुरंत असर चाहते हैं, तो जूस जीत जाता है. लेकिन लंबे समय तक पेट की सेहत के लिए अचार ज्यादा स्थिर और बेहतर विकल्प है.
इस्तेमाल का सही तरीका
किसी एक पर निर्भर रहने के बजाय इन्हें बदल-बदल कर इस्तेमाल करें. जब थकान लगे या इम्यूनिटी कम हो, तो जूस पिएं. रोजाना खाने के साथ थोड़ा अचार लें. और कैंडी को सिर्फ तब रखें जब और कुछ मौजूद न हो. याद रखिए, न्यूट्रिशन में यह मायने रखता है कि आप उसे कैसे और कितनी मात्रा में ले रहे हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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