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तेज धूप और भीषण गर्मी में रहने से हो सकती हैं ये बीमारियां, इस तरीके से रखें खुद को हमेशा तरोताजा

Heat Illness: गर्मी से संबंधित बीमारियां गंभीर हो सकती हैं, लेकिन सही जानकारी और सावधानी बरतने से इनसे बचा जा सकता है. यहां हम गर्मी से संबंधित कुछ बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप खुद का बचाव कर सकते हैं.

तेज धूप और भीषण गर्मी में रहने से हो सकती हैं ये बीमारियां, इस तरीके से रखें खुद को हमेशा तरोताजा
भीषण गर्मी और उमस के कारण शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है.

Heat-related Health Problems: गर्मी का मौसम आते ही तापमान बढ़ने लगता है जिससे कई प्रकार की हीट-संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. यह बीमारियां शरीर के तापमान को सामान्य रखने वाली प्रणाली को प्रभावित करती हैं और कई बार यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है. गर्मी का मौसम जहां एक तरफ सैर-सपाटे और बाहर घूमने-फिरने के लिए उपयुक्त होता है, वहीं दूसरी ओर इस मौसम में गर्मी से संबंधित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. भीषण गर्मी और उमस के कारण शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है. यहां हम गर्मी से संबंधित कुछ बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप खुद का बचाव कर सकते हैं.

गर्मी से संबंधित बीमारियां | Heat Related illnesses

हीट स्ट्रोक (लू लगना)

कारण: बहुत ज्यादा गर्मी में लंबे समय तक रहने से होता है.
लक्षण: उच्च तापमान, सूखी त्वचा, चक्कर आना, बेहोशी, सिरदर्द, उल्टी.
उपचार: मरीज को ठंडी जगह पर रखें, ठंडे पानी से स्नान कराएं, ठंडे पानी से शरीर को पोंछें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

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हीट एग्जॉशन (गर्मी की थकान)

कारण: लंबे समय तक गर्मी में शारीरिक श्रम करने से.
लक्षण: बहुत ज्यादा पसीना आना, कमजोरी, चक्कर आना, मसल्स क्रैम्प्स, थकान.
इलाज: आराम करें, ठंडे स्थान पर रहें, पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें, जरूरी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें.

हीट क्रैंप्स (गर्मी के कारण मसल्स क्रैम्प्स)

कारण: बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण शरीर में नमक और पानी की कमी.
लक्षण: मांसपेशियों में दर्द और क्रैम्प्स, खासकर पैरों और पेट में.
इलाज: पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें, मांसपेशियों को स्ट्रेच करें, आराम करें.

हीट सिंकोप (गर्मी के कारण बेहोशी)

कारण: बहुत ज्यादा गर्मी में खड़े रहने या शारीरिक श्रम करने से ब्लड फ्लो में कमी.
लक्षण: अचानक बेहोशी, हल्का सिरदर्द, चक्कर आना.
उपचार: मरीज को लेटाएं, पैरों को ऊपर उठाएं, ठंडे स्थान पर ले जाएं, पानी पिलाएं.

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गर्मी में इन बीमारियों से बचाव के उपाय | Ways To Prevent These Diseases In Summer

पर्याप्त पानी पिएं: दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
हल्के और ढीले कपड़े पहनें: सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें जिससे शरीर को ठंडक मिल सके.
धूप से बचें: सीधे धूप में जाने से बचें, खासकर दोपहर के समय जब सूरज की किरणें सबसे तेज होती हैं.
खान-पान पर ध्यान दें: ताजे फल, सब्जियां और सलाद का सेवन करें. तली-भुनी और भारी चीजों से बचें.
छाते और टोपी का उपयोग करें: बाहर निकलते समय छाता या टोपी का उपयोग करें ताकि सूरज की सीधी किरणें आप पर न पड़ें.

गर्मी से संबंधित बीमारियां गंभीर हो सकती हैं, लेकिन सही जानकारी और सावधानी बरतने से इनसे बचा जा सकता है. गर्मी के मौसम में अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें, पर्याप्त पानी पिएं और अगर किसी प्रकार की असुविधा महसूस हो तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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