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सर्दियों में रोज़ाना च्यवनप्राश खाने के फ़ायदे-नुकसान, च्यवनप्राश कब खाना चाहिए, खाने का सही तरीका और च्यवनप्राश कैसे बनता है, यहां जानें

Sardiyon me Rojana Chyawanprash Khane Ke Fayde Nuksan : इस लेख में हम च्यवनप्राश खाने से जुड़े आपके सभी ज़रूरी सवालों के वैज्ञानिक और पारंपरिक जवाब जानेंगे.

सर्दियों में रोज़ाना च्यवनप्राश खाने के फ़ायदे-नुकसान, च्यवनप्राश कब खाना चाहिए, खाने का सही तरीका और च्यवनप्राश कैसे बनता है, यहां जानें
Sardiyon me Rojana Chyawanprash Khane Ke Fayde Nuksan : सर्दियों में रोज़ाना च्यवनप्राश खाने के फ़ायदे-नुकसान

Chyawanprash Khane Ke Fayde Nuksan: ठंड का मौसम आते ही हमारे घर के बड़ों की सबसे पहली सलाह होती है: "रोज़ सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाओ!" च्यवनप्राश (Chyawanprash) भारतीय आयुर्वेद का एक ऐसा अनमोल तोहफ़ा है, जिसे हज़ारों सालों से इम्यूनिटी (Immunity) बढ़ाने और शरीर को ताक़त देने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है.च्यवनप्राश लगभग 50 से ज़्यादा जड़ी-बूटियों, मसालों और आंवला (Amla) के मिश्रण से तैयार होता है. इसे सेहत का सुपर-टॉनिक भी कहा जाता है.

Chyawanprash Kaise Banta Hai: लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतनी फ़ायदेमंद चीज़ होने के बावजूद, इसके कुछ ऐसे नुकसान भी हैं जिन्हें अनदेखा करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है? आइए, आज इस लेख में हम च्यवनप्राश खाने से जुड़े आपके सभी ज़रूरी सवालों के वैज्ञानिक और पारंपरिक जवाब जानेंगे.

च्यवनप्राश की तासीर गर्म या ठंडी?

जवाब: च्यवनप्राश की तासीर गर्म (Heating) होती है. च्यवनप्राश आंवला (जो तासीर में ठंडा होता है) और कई गर्म मसालों (जैसे दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, पिप्पली) के मिश्रण से बनता है. कुल मिलाकर, इसकी तासीर गर्म मानी जाती है.

क्यों गर्म: यह आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे शरीर में प्राकृतिक गर्मी पैदा होती है. इसीलिए इसे ख़ासकर सर्दियों में खाने की सलाह दी जाती है ताकि ठंड से बचा जा सके.
नुकसान: इसकी गर्म तासीर के कारण ही, इसे गर्मी के मौसम में या ज़्यादा मात्रा में खाने पर पेट में गर्मी या जलन पैदा हो सकती है.

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च्यवनप्राश में कौन से व‍िटाम‍िन होते हैं?

च्यवनप्राश मुख्य रूप से विटामिन-सी (Vitamin C) का सबसे बड़ा भंडार है, क्योंकि इसमें आंवला मुख्य सामग्री होती है.

विटामिन-सी: यह इम्यूनिटी और त्वचा के लिए सबसे ज़रूरी विटामिन है.
खनिज (Minerals): इसमें आयरन, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे कई खनिज होते हैं जो इसे एक संपूर्ण टॉनिक बनाते हैं.
अन्य तत्व: इसमें जड़ी-बूटियों के गुण, एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनोइड्स होते हैं जो शरीर को रोगों से लड़ने की ताक़त देते हैं.

सर्दियों में रोज़ाना च्यवनप्राश खाने के 10 कमाल के फ़ायदे (Chyawanprash Benefits)

च्यवनप्राश को एक सम्पूर्ण हेल्थ सप्लीमेंट माना जाता है. इसके मुख्य 10 लाभ इस प्रकार हैं:

1. इम्यूनिटी को बनाए अभेद्य किला (Immunity Booster) : च्यवनप्राश का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को कई गुना बढ़ा देता है. आंवला और अन्य जड़ी-बूटियाँ शरीर को सर्दी-जुकाम, खांसी और वायरल इन्फेक्शन से बचाती हैं.

2. पाचन तंत्र को रखे मज़बूत : इसमें मौजूद दालचीनी और अन्य पाचन सहायक मसाले आपके पाचन तंत्र (Digestive System) को ठीक रखते हैं. यह कब्ज़ (Constipation) और एसिडिटी को भी दूर करने में मदद करता है.

3. फेफड़ों को रखे स्वस्थ : च्यवनप्राश श्वसन प्रणाली (Respiratory System) के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. यह अस्थमा और पुरानी खांसी में आराम पहुँचाता है और फेफड़ों की ताक़त बढ़ाता है.

4. खून को करे साफ़ और बढ़ाए : यह शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) के स्तर को सुधारता है और खून की कमी (Anemia) को दूर करने में सहायक है, जिससे आपको दिनभर थकान महसूस नहीं होती.

5. याददाश्त और दिमाग़ के लिए उत्तम : ब्राह्मी, शंखपुष्पी और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियाँ होने के कारण यह याददाश्त (Memory) और एकाग्रता (Concentration) को बढ़ाता है.

6. दिल की सेहत सुधारे : च्यवनप्राश कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को नियंत्रित रखने में मदद करता है और दिल की धड़कन (Heartbeat) को सामान्य बनाए रखकर हृदय रोग के ख़तरे को कम करता है.

7. तनाव और थकान दूर करे : यह एक बेहतरीन एडाप्टोजेन (Adaptogen) है. यह शरीर को तनाव (Stress) और चिंता (Anxiety) से लड़ने की ताक़त देता है और पुरानी थकान को दूर करता है.

8. त्वचा और बालों को दे पोषण : एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी से भरपूर होने के कारण यह त्वचा को जल्दी बूढ़ा होने से बचाता है, झुर्रियों को कम करता है और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.

9. वज़न प्रबंधन में सहायक (Chyawanprash for Weight Loss) : च्यवनप्राश, मेटाबॉलिज्म को तेज़ करता है. हालांकि इसमें शुगर होती है, लेकिन नियंत्रित मात्रा में लेने पर यह पाचन और ऊर्जा को बेहतर करके वज़न प्रबंधन में मदद कर सकता है.

10. यौन स्वास्थ्य (Sexual Health) सुधारे : आयुर्वेद के अनुसार, यह शरीर को बल और वीर्य (Vitality) प्रदान करता है और पुरुषों और महिलाओं दोनों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है.

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रोज़ाना च्यवनप्राश खाने के 10 नुकसान (Chyawanprash Side Effects)

च्यवनप्राश बहुत फ़ायदेमंद है, लेकिन इसमें मौजूद कुछ सामग्री और इसकी तासीर के कारण, इसे ज़्यादा या ग़लत तरीक़े से खाने पर ये 10 नुकसान हो सकते हैं:

1. एसिडिटी और पेट की गर्मी : इसकी गर्म तासीर और तेज़ मसालों (पिप्पली, दालचीनी) के कारण, ज़्यादा खाने पर पेट में एसिडिटी,सीने में जलन (Heartburn) और छाले (Mouth Ulcers) हो सकते हैं.

2. पेट खराब और दस्त : ज़्यादा मात्रा में खाने पर यह पाचन तंत्र को ज़्यादा उत्तेजित कर सकता है, जिससे पेट खराब और पतले दस्त (Diarrhea) हो सकते हैं.

3. ब्लड शुगर बढ़ने का ख़तरा : बाज़ार में मिलने वाले अधिकांश च्यवनप्राश में चीनी (Sugar) या शहद की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है. डायबिटीज़ (Diabetes) के मरीज़ों को इसे खाने से ब्लड शुगर तेज़ी से बढ़ सकता है.

4. वज़न बढ़ना : इसमें शुगर और घी की मात्रा होने के कारण, रोज़ाना ज़्यादा खाने पर यह आपकी दैनिक कैलोरी को बढ़ा देगा, जिससे वज़न बढ़ सकता है.

5. अपच (Indigestion) और पेट फूलना : च्यवनप्राश पचाने में भारी होता है. इसे ग़लत समय पर (जैसे रात को सोने से पहले) खाने पर अपच और पेट फूलने (Bloating) की समस्या हो सकती है.

6. त्वचा पर एलर्जी : कुछ लोगों को इसमें मौजूद जड़ी-बूटियों या तेज़ मसालों से एलर्जी हो सकती है, जिसके कारण त्वचा पर खुजली या लालिमा (Redness) आ सकती है.

7. पथरी (Kidney Stones) का ख़तरा : आंवला और कुछ जड़ी-बूटियों के कारण, अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी या पित्ताशय में पथरी की समस्या वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.

8. हाई बीपी पर असर : यदि आप हाई ब्लड प्रेशर की दवाएँ लेते हैं, तो इसे खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि कुछ आयुर्वेदिक चीज़ें दवाओं के असर को प्रभावित कर सकती हैं.

9. गर्मियों में नुक़सानदेह : इसकी गर्म तासीर के कारण, गर्मियों में ज़्यादा खाने पर यह शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा कर सकता है, जिससे बेचैनी हो सकती है.

10. खाली पेट खाने पर जलन : संवेदनशील पेट वाले लोगों को इसे खाली पेट खाने पर पेट में तेज़ जलन या दर्द हो सकता है.

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एक दिन में कितना च्यवनप्राश खाना चाहिए, च्यवनप्राश कब खाना चाहिए?

च्यवनप्राश खाने का सही तरीका: स्वस्थ वयस्क को रोज़ाना 1 से 2 चम्मच (लगभग 10-20 ग्राम) च्यवनप्राश खाना सुरक्षित और फ़ायदेमंद है.

खाने का सही समय: इसे हमेशा नाश्ते (Breakfast) के बाद या दोपहर के खाने (Lunch) के बाद खाना चाहिए.
कैसे खाएं: इसे सादे गुनगुने पानी या गुनगुने दूध (Lukewarm Milk) के साथ खाना सबसे अच्छा होता है, ताकि इसकी गर्म तासीर संतुलित हो सके.

च्यवनप्राश खाने से कौन सी बीमारी दूर होगी?

च्यवनप्राश कोई जादुई दवा नहीं है जो बीमारियों को जड़ से ख़त्म कर दे, लेकिन यह शरीर की आंतरिक ताक़त को बढ़ाता है जिससे कई बीमारियाँ होने का ख़तरा कम हो जाता है:

सर्दी-खाँसी: इम्यूनिटी बढ़ाने के कारण, यह सर्दी-खाँसी और बुखार से बचाता है.
अस्थमा: यह श्वसन प्रणाली को मज़बूत करके अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी साँस की समस्याओं में आराम देता है.
थकान: यह पुरानी थकान और कमज़ोरी को दूर करता है.
पाचन समस्या: यह कब्ज़ और अपच की समस्या को कम करता है.
 

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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