
Roti for Diabetes: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसकी चपेट में आने के बाद लोगों को अपने खानपान के साथ ही अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने पड़ते हैं और कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है. अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं तो आज हम आपको बताएंगे ऐसी रोटी के बारे में जो आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है. आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने तीन ऐसी चीजों के बारे में बताया है जिनको अगर आप अपनी रोटी बनाने वाले गेहूं के आटे के अंदर मिला लें तो यह आपकी ब्लड शुगर को बढ़ने से रोक सकती हैं. बता दें कि इन रोटियों का सेवन वो लोग भी कर सकते हैं जिनको डायबिटीज नहीं है. इनका सेवन करके आप कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स का फायदा उठा सकते हैं.
डायबिटीज एक बड़ा कंसर्न
आज के दौर में डायबिटीज एक बहुत बड़ा हेल्थ कंसर्न बन गया है. खास तौर से इंडिया की अगर हम बात करें तो इंडिया को दुनिया का डायबिटीज कैपिटल माना जा रहा है, क्योंकि हमारे यहां हर 10 में से एक व्यक्ति को डायबिटीज की प्रॉब्लम है और जब डायबिटीज को कंट्रोल में रखने की बात होती है तो तरह-तरह की एडवाइस दी जाती है, जैसे मीठा मत खाओ, चावल मत खाओ और आलू मत खाओ वगैरह वगैरह. लेकिन क्या आपने किसी इंसान को कहते हुए सुना है कि डायबिटीज है तो रोटी मत खाओ. जी हां दोस्तों रोटी को आमतौर पर डायबिटीज के लिए नुकसानदेह नहीं माना जाता है लेकिन अगर आप ध्यान से देखें तो ये सिर्फ उस केस में जब रोटी होल वीट फ्लोर से बनी हुई हो यानी देसी आटे से बनी हुई होऔर इसमें आटे की भूसी यानी जो फाइबर होता है वो भी शामिल हो. लेकिन आजकल जो आटा हम लोग खा ते हैं वो इतना ज्यादा फाइनली प्रोसेस्ड होता है कि इसमें से ज्यादातर फाइबर निकाल दिया जाता है जिससे इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई हो जाता है और यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है. लेकिन अगर आप थोड़ा सा एफर्ट करें और समझदारी से काम लें तो आप अपनी रोटियों को हेल्दी और डायबिटीज फ्रेंडली भी बना सकते हैं.
आटे में क्या मिलाकर बनाएं रोटी
आइए जानते हैं कि उन तीन इंग्रेडिएंट्स के बारे में कि जिसको आटे के साथ मिलाकर बनाने ये यह कैसे आपको फायदा देता है. इन्हें आटे में ऐड कैसे करना है और कितनी मात्रा में ऐड करना है.
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अलसी के बीज
सबसे पहली चीज जो आपको गेहूं के आटे में मिलानी है वो है फ्लैक सीड्स यानी अलसी के बीजों को पीस कर आप इनको आटे में मिला सकते हैं. फ्लैक्स सीड्स फाइबर और ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स का एक बहुत बहुत ही जबरदस्त सोर्स होता है. फाइबर और ओमेगा 3 मिलके आपकी बॉडी में कार्बोहाइड्रेट्स के डाइजेशन को स्लो कर देते हैं. जिससे कि ब्लड शुगर लेवल्स में अचानक से कोई बढ़ोतरी नहीं होती है. इसके साथ-साथ तो फ्लैक सीड्स का एक और फायदा भी है कि ये आपके हार्ट हेल्थ के लिए बहुत ही बढ़िया होता है. फ्लैक सीड्स के अंदर ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स होते हैं जो कि आपकी हार्ट की हेल्थ को बढ़िया रखते हैं और बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखते हैं. साथ ही इसका हाई फाइबर कंटेंट आपके डाइजेशन को इंप्रूव करता है और और कब्ज को दूर करता है.
कैसे मिलाएं
आटे में फ्लैक सीड्स को मिलाने के लिए आपको एक से दो टेबलस्पून पिसे हुए फ्लैक सीड्स को एक कप गेहूं के आटे में मिलाना है और इसको गूंथ कर इसकी रोटियां बना लेनी है. आप फ्लैक्स सीड्स को पाउडर करने के लिए पहले इन्हें हल्की आंच पे ड्राई रोस्ट कर लीजिए और उसके बाद फिर इन्हें आप ठंडा होने पे एक ग्राइंडर में डाल के बारीक बारीक पीस लीजिए. अब जब भी आपको रोटी बनानी हो तो बस एक टेबल स्पून पर वन कप ऑफ वीट फ्लोर के हिसाब से इसको आप आटे में मिलाइए और आटे को गूंद कर रोटियां बना लीजिए.
बर्ले यानी कि जौ का आटा
जौ एक ऐसा अनाज है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है, जिससे कि यह खाने के बाद ज्यादा शुगर नहीं बढ़ाता है. जब आप जौ को गेहूं के आटे के अंदर मिक्स करते हैं तो आपकी रोटी खाने के बाद जो ब्लड शुगर है वो ज्यादा नहीं बढ़ती है. जौ कि एक और खासियत यह है कि इसमें फाइबर बहुत ज्यादा होता है स्पेशली सोलीब फाइबर जो कि आपकी बॉडी के अंदर शुगर को और कोलेस्ट्रॉल को एब्जॉर्ब होने से रोकता है. इसके अब्जॉर्प्शन को स्लो करता है और आपके डाइजेशन को इंप्रूव करता है. साथ ही साथ ये वेट मैनेजमेंट में भी हेल्प करता है जिससे कि आपका वेट कंट्रोल रहता है.
कैसे मिलाएं
जौ के आटे को आप तीन कप गेहूं के आटे में एक कप जौ का आटा या ऐसे कहें कि 750 ग्रा गेहूं के आटे में 250 ग्रा जौ का आटा मिला लें. इसको मिलाने से इसका हल्का सा एक नटी फ्लेवर है जो आपकी रोटी को एक हल्का सा नया टेस्ट देगा. इसके जो हेल्थ बेनिफिट्स हैं वो नॉर्मल रोटी से कई गुना ज्यादा बेहतर हैं.
मेथी दाना
मेथी दाने का पाउडर इंसुलिन सेंसिटिविटी को इंप्रूव करते हैं. जिससे कि आपकी बॉडी इंसुलिन को अच्छी तरीके से यूटिलाइज कर पाती है जो कि ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए बेहद जरूरी चीज है. मेथी फाइबर से भी भरपूर होती है स्पेशली सॉलीबल फाइबर से जो कि कार्बोहाइड्रेट्स को धीरे-धीरे अब्जॉर्ब करने में आपकी हेल्प करता है. यह आपके डाइजेशन को भी इंप्रूव करती है और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स को भी कंट्रोल में रखती है. इसीलिए ये डायबिटीज के साथ-साथ आपको बहुत सारे दूसरे हेल्थ बेनिफिट्स भी देती है.
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कैसे मिलाएं
आटे में मेथी पाउडर को मिलाने के लिए आप एक टेबलस्पून पिसे हुए मेथी के बीज को एक कप गेहूं के आटे में मिला लीजिए और इसी रेशियो में इसको आप बढ़ा कर मिला सकते हैं. मान लीजिए दो कप आटा ले रहे हैं तो दो टेबल स्पून मेथी के बीच का पाउडर आपको लेना पड़ेगा.
इन तीन चीजों में से आप कोई भी एक चीज एक टाइम में लेना शुरू कर सकते हैं और इन्हें थोड़े-थोड़े टाइम के बाद बदल-बदल कर इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे आपके एक महीना आपने मेथी के बीज इस्तेमाल कर लिए, एक महीने आपने जौ का आटा इस्तेमाल कर लिया और एक महीने आपने अलसी के बीज को इस्तेमाल कर लिया और फिर इसको रोटेट करते रहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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