लंदन:
सर्दी हो या गर्मी आज भी मेरी मां रोज़ सुबह मुझे रात के पानी में भीगे बादाम छीलकर खिलाती हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो सेहत के लिए बिना छिले बादाम से ज़्यादा लाभदायक छिले हुए बादाम होते हैं। वैसे तो कई लोग यह भी मानते हैं कि छोटा बच्चा अगर साफ न बोल रहा हो, तो उसे उसकी मां रोज़ सुबह खाली पेट छिले हुए बादाम को घिसकर उसे चटा सकती है। ऐसा करने से वह साफ तो बोलने ही लगेगा, साथ ही उसे बादाम से ताकत भी मिलेगी।
क्या आप जानते हैं कि बच्चों के साथ यह बादाम बड़ों के लिए भी काफी लाभकारी होते हैं। रोजाना करीब 20 ग्राम बादाम का सेवन दिल के रोग और कैंसर सहित कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है। एक नए शोध से पता चला है कि “मुठ्ठीभर बादाम रोजाना खाने से लोगों में दिल के रोगों का खतरा करीब 30 फीसद तक कम हो जाता है। इसके सेवन से करीब 15 फीसद कैंसर का खतरा और 22 फीसद समय से पहले मौत का खतरा भी कम होता है”।
शोध में कागजी बादाम, अखरोट और मूंगफली जैसी फलियों को शामिल किया गया है। शोध का परिणाम पत्रिका ‘बीएमसी मेडिसिन’ में प्रकाशित किया गया है। शोधपत्र के सह लेखक डगफिन अयूने (लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज से संबद्ध) ने कहा कि विभिन्न किस्मों के बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
अयूने का कहना है कि “बादाम और मूंगफली में फाइबर, मैग्नीशियम और पॉलीअनसैचूरेटिड फैट की अधिकता होती है। इनके पोषक तत्व दिल के रोगों को कम करने में लाभकारी होते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल स्तर को भी कम करते हैं”। उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि “कुछ बादाम, खासतौर से अखरोट में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीजन की कमी से लड़ते हैं और कैंसर के खतरे को कम करते हैं”।
शोध दल ने दुनियाभर में प्रकाशित 29 अध्ययनों का विश्लेषण किया। इसमें 8,19,000 प्रतिभागी शामिल किए गए। इनमें 12 हजार कोरोनरी दिल के रोगों से जुड़े हुए, 9 हजार मामले स्ट्रोक के, 18 हजार मामले कार्डियोवस्कुलर रोगों और कैंसर के और 85 हजार से ज़्यादा मौत के मामले शामिल किए गए थे। अयूने का कहना है कि “हालांकि बादाम में वसा की उच्च मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें फाइबर और प्रोटीन की भी उच्च मात्रा पाई जाती है। कुछ ऐसे भी साक्ष्य हैं, जो बताते हैं कि बादाम वास्तव में समय के साथ मोटापे के भी खतरे को कम करते हैं”। शोध के मुताबिक, जो लोग रोजाना औसत 20 ग्राम से ज़्यादा बादाम लेते हैं, उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार देखा गया है।
(इनपुट्स आईएएनएस से)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्या आप जानते हैं कि बच्चों के साथ यह बादाम बड़ों के लिए भी काफी लाभकारी होते हैं। रोजाना करीब 20 ग्राम बादाम का सेवन दिल के रोग और कैंसर सहित कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है। एक नए शोध से पता चला है कि “मुठ्ठीभर बादाम रोजाना खाने से लोगों में दिल के रोगों का खतरा करीब 30 फीसद तक कम हो जाता है। इसके सेवन से करीब 15 फीसद कैंसर का खतरा और 22 फीसद समय से पहले मौत का खतरा भी कम होता है”।
शोध में कागजी बादाम, अखरोट और मूंगफली जैसी फलियों को शामिल किया गया है। शोध का परिणाम पत्रिका ‘बीएमसी मेडिसिन’ में प्रकाशित किया गया है। शोधपत्र के सह लेखक डगफिन अयूने (लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज से संबद्ध) ने कहा कि विभिन्न किस्मों के बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
अयूने का कहना है कि “बादाम और मूंगफली में फाइबर, मैग्नीशियम और पॉलीअनसैचूरेटिड फैट की अधिकता होती है। इनके पोषक तत्व दिल के रोगों को कम करने में लाभकारी होते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल स्तर को भी कम करते हैं”। उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि “कुछ बादाम, खासतौर से अखरोट में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीजन की कमी से लड़ते हैं और कैंसर के खतरे को कम करते हैं”।
शोध दल ने दुनियाभर में प्रकाशित 29 अध्ययनों का विश्लेषण किया। इसमें 8,19,000 प्रतिभागी शामिल किए गए। इनमें 12 हजार कोरोनरी दिल के रोगों से जुड़े हुए, 9 हजार मामले स्ट्रोक के, 18 हजार मामले कार्डियोवस्कुलर रोगों और कैंसर के और 85 हजार से ज़्यादा मौत के मामले शामिल किए गए थे। अयूने का कहना है कि “हालांकि बादाम में वसा की उच्च मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें फाइबर और प्रोटीन की भी उच्च मात्रा पाई जाती है। कुछ ऐसे भी साक्ष्य हैं, जो बताते हैं कि बादाम वास्तव में समय के साथ मोटापे के भी खतरे को कम करते हैं”। शोध के मुताबिक, जो लोग रोजाना औसत 20 ग्राम से ज़्यादा बादाम लेते हैं, उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार देखा गया है।
(इनपुट्स आईएएनएस से)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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