इलाहाबाद:
हम में से बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो ड्रमस्टिक के बारे में जानते हैं। वैसे तो ड्रमस्टिक एक प्रकार की सब्जी होती है, जिससे कई डिशिज़ तैयार की जाती है। क्या आप जानते हैं कि ड्रमस्टिक सबसे ज़्यादा सांभर में इस्तेमाल किया जाता है।
सिर्फ यही नहीं, अब मार्केट में आपको ड्रमस्टिक और इसकी पत्तियां से बनने वाले बिस्कुट भी जल्द ही उपलब्ध होने वाले हैं। यह सेहत के लिए काफी अच्छे हैं। स्वाद की अगर बात की जाए, तो इसमें भी यह पीछे नहीं होंगे।
ड्रमस्टिक्स की पत्तियों का इस्तेमाल कर इस बिस्कुट को द इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज ने तैयार किया है। इंस्टीट्यूट का दावा है कि यह बिस्कुट बाजार में मौजूद बिस्कुट की अपेक्षा ज़्यादा सेहतमंद और सस्ता होगा। हालांकि अभी इसके बाजार में आने में कुछ समय लगेगा, क्योंकि इसे तैयार करने की विधि का पेटेंट होना बाकी है।
इंस्टीट्यूट के सचिव डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि “औषधीय गुणों से भरपूर ड्रमस्टिक मल्टी विटामिन कैप्सूल से भी ज़्यादा बेहतर होता है”। उन्होंने बताया कि “इंस्टीट्यूट ने बिस्कुट तैयार करने से पहले इलाहाबाद में लगे ड्रमस्टिक के पेड़ों की पत्तियों की इलाहाबाद विश्वविद्यालय सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की लैब में जांच कराई थी। इसके बाद इसके औषधीय गुणों को समाहित करते हुए इंस्टीट्यूट ने जो बिस्कुट तैयार किया है, उसकी पहले चरण की टेस्टिंग सफल रही”।
उन्होंने कहा कि “बिस्कुट में प्रचुर मात्रा में विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं। इसे और गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक तथा स्वादिष्ट बनाने के लिए अभी आगे काम चल रहा है”। डॉ. कुमार का कहना है कि “केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (डीबीटी) से पौष्टिक खाद्य सामग्री बनाने के लिए इंस्टीट्यूट को 17 लाख रुपये का प्रोजेक्ट मिला है, जिस पर इंस्टीट्यूट की वैज्ञानिक प्रो. ए. एफ. रिजवी और प्रो. डी. के. चौहान के अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी काम कर रहे हैं”।
(इनपुट्स आईएएनएस से)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सिर्फ यही नहीं, अब मार्केट में आपको ड्रमस्टिक और इसकी पत्तियां से बनने वाले बिस्कुट भी जल्द ही उपलब्ध होने वाले हैं। यह सेहत के लिए काफी अच्छे हैं। स्वाद की अगर बात की जाए, तो इसमें भी यह पीछे नहीं होंगे।
ड्रमस्टिक्स की पत्तियों का इस्तेमाल कर इस बिस्कुट को द इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज ने तैयार किया है। इंस्टीट्यूट का दावा है कि यह बिस्कुट बाजार में मौजूद बिस्कुट की अपेक्षा ज़्यादा सेहतमंद और सस्ता होगा। हालांकि अभी इसके बाजार में आने में कुछ समय लगेगा, क्योंकि इसे तैयार करने की विधि का पेटेंट होना बाकी है।
इंस्टीट्यूट के सचिव डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि “औषधीय गुणों से भरपूर ड्रमस्टिक मल्टी विटामिन कैप्सूल से भी ज़्यादा बेहतर होता है”। उन्होंने बताया कि “इंस्टीट्यूट ने बिस्कुट तैयार करने से पहले इलाहाबाद में लगे ड्रमस्टिक के पेड़ों की पत्तियों की इलाहाबाद विश्वविद्यालय सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की लैब में जांच कराई थी। इसके बाद इसके औषधीय गुणों को समाहित करते हुए इंस्टीट्यूट ने जो बिस्कुट तैयार किया है, उसकी पहले चरण की टेस्टिंग सफल रही”।
उन्होंने कहा कि “बिस्कुट में प्रचुर मात्रा में विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं। इसे और गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक तथा स्वादिष्ट बनाने के लिए अभी आगे काम चल रहा है”। डॉ. कुमार का कहना है कि “केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (डीबीटी) से पौष्टिक खाद्य सामग्री बनाने के लिए इंस्टीट्यूट को 17 लाख रुपये का प्रोजेक्ट मिला है, जिस पर इंस्टीट्यूट की वैज्ञानिक प्रो. ए. एफ. रिजवी और प्रो. डी. के. चौहान के अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी काम कर रहे हैं”।
(इनपुट्स आईएएनएस से)
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