
गर्मी का मौसम खानपान के मजे और सेहत की सावधानी दोनों के लिए मशहूर है.इस मौसम में गट हेल्थ यानी पाचन की प्रक्रिया आए दिन प्रभावित होती है. बदन को झुलसाती गर्मी और खाने के सामान के जल्दी खराब होने जाने की वजह से सेहतमंद बने रहने के लिए खास सावधानियों की जरूरत होती है. इनमें ही शामिल है हमारी खानपान की आदत. हमें अपने रोजाना के खाने के सामान में क्या बदलाव करना चाहिए. अपने देश में खानपान से जुड़ी काफी विविधता है. जैसे दक्षिण के राज्यों में चावल का चलन ज्यादा है, वैसे ही उत्तरी क्षेत्रों में ज्यादातर लोग रोटी खाते हैं.
गर्मियों में किस अनाज का आटा सेहत के लिए बेहतर होता है? (Which grain flour is better for health in summer?)
देश में मौसम के हिसाब से भी अलग-अलग अनाजों के आटे की बनी रोटी खाते हैं. इसमें कहा जाता है कि सर्दियों में बाजरे और गर्मी में ज्वार के आटे को प्रमुखता देनी चाहिए. हालांकि, ज्यादातर लोग गेंहू के आटे की रोटी खाते हैं, लेकिन कई लोग बदलाव को भी अपनाते और आजमाते हैं. इसके पीछे क्या वैज्ञानिक आधार है और गर्मियों में कौन से अनाज का आटा खाना सेहत के लिए बेहतर होता है? आमतौर पर इसके बारे में कई लोग नहीं जानते हैं.
गर्मी के मौसम में आटा खा सकते हैं या नहीं? (Can we eat flour in the summer season or not?)
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर समीर भाटी ने गर्मी के मौसम में सेहत और आटा खाने से जुड़े सवाल पर कहा कि ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज या हेल्थ की दूसरी प्रॉब्लम है और दूसरे वे लोग जिन्हें इस तरह की कोई दिक्कत नहीं है, उन दोनों लोगों के लिए अलग-अलग सलाह हो सकती है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई एलर्जी वगैरह की कोई दिक्कत नहीं है तो गर्मी के मौसम में भी रोटी खा सकते हैं. हालांकि, आजकल डाइजेशन सिस्टम के हिसाब से मल्टीग्रेन आटे के बारे में कहते हैं कि इसे सभी मौसम में खाया जा सकता है.
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गर्मी में आटा को लेकर क्या सावधानी बरतनी चाहिए? (What precautions should be taken regarding flour in summer?)
डॉक्टर भाटी के मुताबिक, मल्टीग्रेन में कई तरह के अनाज और उसकी वैरायटी शामिल होती है. गर्मी में अलग-अलग लोग मौसम और अपने पसंद के हिसाब से किसी भी ग्रेन के आटे से बनी रोटी खा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बस खाने की मात्रा का खास ख्याल रखना चाहिए. क्योंकि गर्मी के मौसम में डाइजेशन सिस्टम थोड़ी कमजोर होती है और ग्रेन पचने में समय में ले सकता है.गर्मी में बरती जाने वाली दूसरी सावधानी के तौर पर डॉक्टर भाटी ने बताया कि पराठे या ट्रेडिशनल के नाम पर छोले भटूरे जैसी डीप फ्राइड चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा, रोटी के मुकाबले मौसमी सब्जी और फल वगैरह ज्यादा खाना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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