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आर्युवेदिक डॉक्टर ने बताया Belly Fat कम करने के साथ ही पेट से जुड़ी इन समस्याओं के लिए काल है ये ड्रिंक, सोने से पहले करें सेवन फिर देखें कमाल

Belly Fat Ayurvedic Tips: बैली फैट को कम करने के लिए आप भी पीते हैं एप्पल साइडर विनेगर तो अब इस खास ड्रिंक को पीना कर दीजिए शुरू. आर्युवेदिक डॉक्टर ने बताया खुद पर किया है ट्राई आप भी एक बार जरूर आजमाएं.

आर्युवेदिक डॉक्टर ने बताया Belly Fat कम करने के साथ ही पेट से जुड़ी इन समस्याओं के लिए काल है ये ड्रिंक, सोने से पहले करें सेवन फिर देखें कमाल
Belly Fat Ayurvedic Tips: पेट में जमा चर्बी मक्खन की तरह पिघलेंगी.

Belly Fat Ayurvedic Tips: पेट में जमा चर्बी को कम करने के लिए अगर आप भी एप्पल साइडर विनेगर, ग्रीन टी, लेमन वाटर ये सब कुछ ट्राई कर चुके हैं, फिर भी बेली फैट कम नहीं हुआ है तो, आज से रोज रात को सिर्फ एक कप यह वाला ड्रिंक पीना शुरू कर दीजिए. कुछ ही दिनों में आपको खुद के अंदर ऐसे चेंजेस देखने को मिलेंगे कि आप खुद हैरान रह जाएंगे. ये ड्रिंक पीने से सिर्फ बेली फैट ही नहीं बल्कि ब्लोटिंग भी कम होगी, नींद भी बढ़िया आएगी और शुगर खाने की इच्छा भी कम होगी. ये एक सिंपल सा ड्रिंक है जो कि आप खुद आसानी से अपने घर पर बनाकर पी सकते हैं. रात में पीने वाला एक ऐसा सीड बेस्ड ड्रिंक जो कि आपके फैट लॉस को नेचुरली बूस्ट कर सकता है. स्पेशली आपके बेली फैट को. इस ड्रिंक को शेयर किया है आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने. उन्होंने बताया कि अगर इस ड्रिंक को एप्पल साइडर विनेगर से कंपेयर करें, तो यह एप्पल साइडर विनेगर से भी कई गुना ज्यादा इफेक्टिव है फैट लॉस के लिए. डॉक्टर ने खुद पर्सनली अपने एक्सपीरियंस को बताया है. आइए जानते हैं कि ये ड्रिंक क्या है, कैसे बनती है? और कैसे इसको यूज करना है.

कैसे बनाएं ये जादुई देसी नुस्खा

इस ड्रिंक को बनाने के लिए चाहिए धनिए के बीज मेथी, सौंफ, दालचीनी और अदरक. आइए जानते हैं इसे कितनी क्वांटिटी में लेना होगा और सबसे जरूरी बात कि इसे रात में किस टाइम पर यूज करना है. क्योंकि इसको सही समय पर लेना बेहद जरूरी है.

ज्यादातर लोग फैट लॉस को सिर्फ एक मैथमेटिकल इक्वेशन समझते हैं. कैलोरी एक्सपेंसेस बढ़ाने के लिए आप क्या करेंगे? वॉक करेंगे, जिम जाएंगे, कार्डियो करेंगे. राइट? लेकिन कई लोगों में इससे भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. क्यों? क्योंकि उनका मेटाबॉलिज्म ही ठीक से काम नहीं कर रहा होता. तो चाहे आप जितना भी वर्कआउट कर लें या तो फैट कम होता ही नहीं है या बहुत ही स्लो स्पीड से कम होता है. और यहीं पर आता है एक नया कांसेप्ट मेटाबॉलिक हार्मोनी. और यह कोई बज वर्ड नहीं है. यह एक्चुअल रिसर्च से निकला हुआ कांसेप्ट है. जब आपकी बॉडी रात में रिलैक्स होती है, तब उसका असली रिसेट मोड चालू होता है. अगर इस वक्त आपकी बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोंस हाई हैं या ब्लड शुगर ज्यादा हो रही है या बॉडी में इनफ्लेमेशन है, तो फैट बर्निंग का प्रोसेस रुक जाता है. 

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लेकिन जब आप कॉर्टिसोल यानी स्ट्रेस हॉर्मोन को कंट्रोल करते हैं. आपकी ब्लड शुगर स्टेबल रहती है. लिवर डिटॉक्स और डाइजेशन बेहतर बनता है और बॉडी का इनफ्लेमेशन जो अंदर का है वह कम होता है. ऐसा करने से आपकी बॉडी खुद ब खुद फैट बर्न मोड में चली जाती है, स्पेशली रात के टाइम और इसीलिए यह नाइट टाइम ड्रिंक काम करता है. यह एक साथ इन सब फैक्टर्स पर काम करता है. स्ट्रेस, शुगर, इनफ्लेमेशन और लिवर डिटॉक्स और आपके मेटाबॉलिज्म को फैट बर्निंग मोड में डाल देता है. चलिए अब देखते हैं कि इस ड्रिंक के लिए कौन-कौन से इंग्रेडिएंट्स हैं और कितनी-कितनी मात्रा में आपको लेने हैं और फिर इसको कैसे बनाया जाता है. 

वेट लॉस ड्रिंक कैसे बनता है.

इस ड्रिंक को बनाने के लिए आपको 5 पावरफुल इंग्रेडिएंट्स की जरूरत पड़ती है. 

धनिए के बीज 

धनिए के बीज में होता है क्वसिटिन और लीनालूल जो कि आपके लिवर को डिटॉक्स करता है. बॉडी के इनफ्लेमेशन को कम करता है और डाइजेस्टिव सिस्टम को भी सपोर्ट करते हैं.

मेथी दाना 

मेथी में होता है ग्लैक्टोमन जो कि एक सॉलुबल फाइबर है. यह आपकी भूख को नेचुरली कंट्रोल करता है और ब्लड शुगर और इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी ड्रामेटिकली इंप्रूव करता है. 

सौंफ 

सौंफ में एनथोल होता है जो कि गट हेल्थ के लिए बेस्ट है. यह ब्लोटिंग और गैस को कम करता है और डाइजेशन को बेहतर बनाता है जिससे कि पेट का फूलना कम हो जाता है और गैस वगैरह कम बनती है.

दालचीनी

दालचीनी में सिनेमल्डिहाइड होता है जो कि इंसुलिन सेंसिटिविटी को इंप्रूव करता है और ब्लड शुगर स्पाइक्स को भी कंट्रोल में रखता है. जब ब्लड शुगर स्टेबल रहती है तो बॉडी में इंसुलिन स्पाइक्स कम होती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है. जो कि इनफ्लेमेशन को घटाने के लिए जरूरी है और इसका नतीजा यह होता है कि बॉडी में फैट का स्टोरेज होना कम हो जाता है.

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अदरक 

अदरक में जिंजरल होता है जो कि एक पोटेंट एंटी इनफ्लेमेटरी कंपाउंड है. यह इनफ्लेमेशन को कम करता है और साथ ही साथ बॉडी में थर्मोजेनेसिस को ट्रिगर करता है. थर्मोजेनेसिस यानी बॉडी ज्यादा कैलोरीज को बर्न करती है जिससे कि नेचुरली बॉडी में स्टर्ड फैट कम होने लगता है. प्लस इससे डाइजेशन भी स्ट्रांग होता है. तो इसकी वजह से पेट का जो फूलना, गैस, ब्लोटिंग वगैरह भी कम हो सकती है.

कैसे बनाएं और कैसे करें सेवन

इसे बनाने के लिए आप एक टीस्पून धनिए के बीज लीजिए. एक टीस्पून मेथी दाना लीजिए. आधा टीस्पून सौंफ लीजिए. आधा इंच का टुकड़ा दालचीनी का लीजिए. आधा इंच अदरक का टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ लीजिए. और डेढ़ कप पानी लीजिए. अब सुबह में एक टीस्पून धनिए के बीज और एक टीस्पून मेथी दाना को आप डेढ़ कप पानी में 10 से 12 घंटे के लिए भिगोकर रख दीजिए और रात को डिनर के बाद इन भीगे हुए बीजों और पानी को एक पैन में डालिए और उसमें आधा इंच दालचीनी का टुकड़ा, आधा टीस्पून सौंफ और कद्दूकस किया हुआ जो अदरक है इसको डाल दीजिए. अब इस मिक्सचर को हल्की आंच पर आप 5 मिनट के लिए पकने दीजिए और फिर छानकर एक कप में निकाल लीजिए. इसे पीने का टाइम सेम रखना है. इसलिए इसे डिनर के कम से कम 1 घंटे के बाद और सोने से 1 घंटा पहले पीजिए. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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