
अमिताभ बच्चन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
महानायक अमिताभ बच्चन ने बताया कि उन्हें रोजाना सुबह अपने दिवंगत पिता और कवि हरिवंश राय बच्चन की रचनाएं पढ़ना बेहद पसंद है। इससे उन्हें जिंदगी की कठिनाइयों से निपटने की शक्ति मिलती है। अमिताभ ने 'जन गीता' पढ़ी। यह उत्तरी भारतीय अवधी की भगवद गीता का काव्य है।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा कि 'जन गीता' पढ़ी, इसका वर्णन करने के लिए एक उचित मंच की आवश्यकता होगी। 'पीकू' स्टार ने लिखा कि पिता द्वारा मेरे लिए छोड़ी गई किताब रोजाना सुबह पढ़ता हूं। यह मुझे मजबूत बनाती है। उनकी ताकत दिव्य है।

हरिवंश राय बच्चन का निधन 2003 में हुआ था। उनकी 'मधुशाला' और 'अग्निपथ' जैसी कृतियां आज भी लोगों की पसंद हैं। अमिताभ को अक्सर हरिवंश राय की कविताओं को पढ़ते देखा जाता है और उन्होंने कई मौकों पर उन्हें 'अद्वितीय प्रतिभा' करार दिया है।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा कि 'जन गीता' पढ़ी, इसका वर्णन करने के लिए एक उचित मंच की आवश्यकता होगी। 'पीकू' स्टार ने लिखा कि पिता द्वारा मेरे लिए छोड़ी गई किताब रोजाना सुबह पढ़ता हूं। यह मुझे मजबूत बनाती है। उनकी ताकत दिव्य है।

हरिवंश राय बच्चन का निधन 2003 में हुआ था। उनकी 'मधुशाला' और 'अग्निपथ' जैसी कृतियां आज भी लोगों की पसंद हैं। अमिताभ को अक्सर हरिवंश राय की कविताओं को पढ़ते देखा जाता है और उन्होंने कई मौकों पर उन्हें 'अद्वितीय प्रतिभा' करार दिया है।
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