इनकम टैक्स बचाने के लिए इन 5 बेहतरीन योजनाओं में करें निवेश

आइए, आज आपको बताते हैं वे 5 योजनाएं, जिनमें निवेश कर आप न सिर्फ टैक्स बचा सकते हैं, बल्कि बेहतरीन रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं.

इनकम टैक्स बचाने के लिए इन 5 बेहतरीन योजनाओं में करें निवेश

इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80सी के तहत सरकार 1,50,000 रुपये तक के निवेश पर इनकम टैक्स में छूट दिया करती है...

नई दिल्ली: मार्च खत्म होने को है, यानी वित्तवर्ष समाप्त होने जा रहा है, और अधिकतर नौकरीपेशा लोग, यानी वेतनभोगी आजकल इस उधेड़बुन में रहते हैं कि कहां निवेश करने पर इनकम टैक्स (Income Tax) में बचत के साथ-साथ बेहतरीन रिटर्न भी हासिल हो सकें. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80सी के तहत सरकार 1,50,000 रुपये तक के निवेश पर इनकम टैक्स में छूट दिया करती है, सो, टैक्स बचाने के लिए इससे बेहतर विकल्प फिलहाल वेतनभोगियों के पास है ही नहीं. आइए, आज आपको बताते हैं वे 5 योजनाएं, जिनमें निवेश कर आप न सिर्फ टैक्स बचा सकते हैं, बल्कि बेहतरीन रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSA) : EEE कैटेगरी की इस शानदार योजना का लाभ सिर्फ वही लोग उठा सकते हैं, जिनकी बेटी या बेटियों की उम्र 10 साल से कम है. इस योजना के तहत दो बेटियों तक के लिए खाता खोला जा सकता है, जिसमें प्रत्येक वर्ष 1,50,000 रुपये तक जमा कराने की छूट मिलती है. खाते को चालू रखने के लिए कम से कम 250 रुपये प्रतिवर्ष जमा करवाना होता है. इस खाते में फिलहाल 7.6 प्रतिशत वार्षिक की दर से चक्रवृद्धि ब्याज़ दिया जा रहा है. SSA खाते में अभिभावक को 15 वर्ष तक निवेश करना होता है, लेकिन खाता 21 साल की अवधि पूरी करने पर ही मैच्योर होता है. इस खाते की सबसे खास बात इसका EEE कैटेगरी में होना है, जिसका अर्थ है कि निवेश की गई रकम पर हर साल इनकम टैक्स में होने वाली बचत के साथ-साथ मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम (मूलधन तथा ब्याज़) पर भी किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं देना पड़ता. इस योजना के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें : बिटिया को दिला सकती है टैक्स फ्री 66 लाख रुपये सुकन्या समृद्धि योजना

  2. लोक भविष्य निधि (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड या PPF): यह योजना भी EEE कैटेगरी की स्कीम है, जिसमें जमा की अधिकतम सीमा 1,50,000 रुपये है, लेकिन खाते को चालू रखने के लिए हर साल कम से कम 500 रुपये जमा करवाने होते हैं. PPF खाताधारकों को सरकार इस वक्त 7.1 फीसदी की दर से वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज़ दे रही है, और इस खाते की मैच्योरिटी 15 साल बाद हो जाती है, लेकिन उसे 5-5 साल के लिए एक्सटेंड किया जा सकता है. PPF खाते के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने के लिए पढ़ें : रिटायरमेंट पर 2.25 करोड़ रुपये देगा PPF अकाउंट

  3. राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC): केंद्र सरकार की इस छोटी बचत योजना में निवेश पांच साल के लिए किया जाता है. इसमें न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये का होता है, और फिर 100-100 के गुणकों में निवेश किया जा सकता है. योजना में निवेश की जाने वाली रकम की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. किसी भी डाकघर में जाकर NSC खरीदा जा सकता है, और वह पांच साल बाद मैच्योर हो जाएगा. NSC पर सरकार फिलहाल 7 फीसदी की दर से ब्याज़ दे रही है, और प्रति 1,000 रुपये का निवेश 5 साल बाद मैच्योर होने पर 1,403 रुपये बनकर मिलता है. यह भी पढ़ें : इनकम टैक्स बचाने के टॉप 10 टिप्स

  4. किसान विकास पत्र (KVP): इस छोटी बचत योजना में सरकार NSC की तुलना में थोड़ा ज़्यादा ब्याज़ देती है, लेकिन इसकी मैच्योरिटी फिलहाल 10 साल में होती है. NSC की ही तरह इसमें भी न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये का होता है, और फिर 100-100 के गुणकों में निवेश किया जा सकता है. योजना में निवेश की जाने वाली रकम की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. KVP खरीदने के लिए भी डाकघर ही जाना होगा. इस योजना में फिलहाल 7.2 फीसदी की दर से ब्याज़ अदा किया जाता है, और निवेशित रकम ठीक 10 साल में दोगुनी होकर निवेशक के हाथ में लौट आती है.

  5. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS): यह योजना रिटायर हो चुके नौकरीपेशा लोगों के लिए चलाई गई है, और मौजूदा समय में इससे ज़्यादा ब्याज़ किसी भी योदना में नहीं दिया जा रहा है. SCSS में एकमुश्त ही निवेश किया जा सकता है, और इसकी अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये है. वैसे, न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये ही है. इसका ब्याज़ तिमाही आधार पर निवेशक को अदा किया जाता है, और इस वक्त इस योजना में किए गए निवेश पर 8 फीसदी वार्षिक ब्याज़ दिया जा रहा है. यह खाता 5 साल बाद मैच्योर होता है, जिसे 3 साल के लिए एक्सटेंड भी किया जा सकता है.